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कोरोना वायरस की तीसरी लहर: प्रवासी श्रमिकों की मदद के लिए सरकार ने उठाया अहम कदम, फिर शुरू किए निगरानी केंद्र

Deepa Sahu
20 Jan 2022 7:00 AM GMT
कोरोना वायरस की तीसरी लहर: प्रवासी श्रमिकों की मदद के लिए सरकार ने उठाया अहम कदम, फिर शुरू किए निगरानी केंद्र
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केंद्रीय श्रम मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि कोरोना वायरस की तीसरी लहर (Corona Virus Third Wave) के बीच उसने विभिन्न राज्य सरकारों के सहयोग से प्रवासी श्रमिकों की समस्याओं को दूर करने में मदद के लिये देशभर में 21 निगरानी केंद्रों को फिर से चालू किया है.

केंद्रीय श्रम मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि कोरोना वायरस की तीसरी लहर (Corona Virus Third Wave) के बीच उसने विभिन्न राज्य सरकारों के सहयोग से प्रवासी श्रमिकों की समस्याओं को दूर करने में मदद के लिये देशभर में 21 निगरानी केंद्रों को फिर से चालू किया है. आधिकारिक बयान के अनुसार महामारी की स्थिति में सुधार आने के साथ श्रम मंत्री भूपेन्द्र यादव और श्रम राज्यमंत्री रामेश्वर तेली देशभर में यात्रा कर कामकाजी समूह के साथ-साथ श्रमिक संगठनों के सदस्यों से बातचीत करेंगे और विभिन्न कल्याणकारी और सामाजिक सुरक्षा उपायों के क्रियान्वयन पर उनके विचार जानेंगे.

यादव ने बुधवार को विभिन्न श्रमिक संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ 'ऑनलाइन' बैठक की. बैठक में उन्होंने ई-श्रम पोर्टल पर पंजीकरण के लिये कामगारों को प्रोत्साहित करने को ट्रेड यूनियन नेताओं का आभार जताया.
मंत्री ने कहा कि पोर्टल पूर्ण जन भागीदारी के साथ एक जन आंदोलन बन गया है. दो सौ से दिन से कुछ ही अधिक समय में असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले करीब 23 करोड़ कामगारों ने पोर्टल पर पंजीकरण कराया है.
उन्होंने यह भी कहा कि कोविड महामारी के फिर से फैलने और उसकी रोकथाम के लिये लगायी गयी पाबंदियों को देखते हुए मंत्रालय ने विभिन्न राज्य सरकारों के सहयोग से प्रवासी श्रमिकों की समस्याओं को दूर करने मे मदद के लिये देशभर में 21 निगरानी केंद्रों को पांच जनवरी से फिर से 'सक्रिय' किया है.
देश में कोरोना की स्थिति
देश में कोरोना के मामले काफी तेजी से बढ़ रहे हैं. पिछले 24 घंटे में भारत में कोरोना के 2.82 लाख नए मामले सामने आए हैं. इसके अलावा 441 लोगों की मौत हो गई है. देश में अभी एक्टिव केस की संख्या की संख्या 18,31,000 है. देश में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) में महामारी विज्ञान विभाग के प्रमुख डॉ समीरन पांडा (Dr. Samiran Panda) ने कहा है कि 11 मार्च तक कोरोना संक्रमण से राहत की उम्मीद है.वहीं दूसरी ओर WHO ने चेतावनी दी है कि आने वाले हफ्तों में अस्पताल में भर्ती होने और मौत के मामलों में बढ़ोतरी हो सकती है क्योंकि दिसंबर के आखिर में लोग छुट्टियां मनाने के लिए बाहर निकले और सोशल डिस्टेंसिंग (Social Distancing) का ध्यान नहीं रखा गया है.


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