नई दिल्ली। देश के अन्य हिस्सों में कोरोना की दूसरी लहर (Covid Second Wave) भले ही कमजोर पड़ चुकी हो लेकिन केरल में यह अभी हाहाकार मचा रही है. राज्य में बीते 24 घंटे के भीतर 31 हजार से ज्यादा नए मामले सामने आए हैं. वहीं महामारी की वजह से 215 लोगों ने जान गंवाई है. इसी दौरान कुल 20271 लोग कोरोना को हराकर स्वस्थ भी हुए. सबसे चिंताजनक बात राज्य का टेस्ट पॉजिटिविटी रेट यानी टीपीआर है. राज्य में टीपीआर 19.03 फीसदी है. इससे पहले मंगलवार को राज्य में चौबीस घंटों में संक्रमण के 24,296 नए मामले सामने आए थे. ऐसा पिछले दो-तीन महीनों में नहीं हुआ था. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक देश में सबसे ज्यादा मामले और मौतें केरल में ही हो रही हैं. केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीणा जार्ज ने कहा है कि इस बात का भी खयाल रखा जाना चाहिए जो लोग घरों में पृथक वास में हैं, वे दिशानिर्देशों का ठीक से पालन करें. एक दिन पहले स्वास्थ्य मंत्री ने कहा था- "तीसरी लहर की आशंका के मद्देनजर जिला स्तर पर अस्पतालों में ऑक्सीजन बेड, आईसीयू एवं वेंटिलेटर का इंतजाम करके उस स्थिति से निपटने की व्यवस्था की जा रही है." मंत्री ने कहा कि चूंकि ऐसी आशंका है कि तीसरी लहर बच्चों को अधिक प्रभावित कर सकती है, क्योंकि उन्हें अब तक टीका नहीं लगा है, ऐसे में उनके इलाज पर विशेष ध्यान दिया जाएगा तथा उनके लिए बालचिकित्सा वार्ड एवं आईसीयू का भी इंतजाम किया जा रहा है. उन्होंने यह भी कहा कि मृत्युदर कम से कम रखने पर ध्यान दिया जाना चाहिए.
बता दें महामारी पहली लहर को काबू करने के लिए केरल की तारीफ सब तरफ हुई थी. लेकिन दूसरी लहर में राज्य बुरी तरह फंसता हुआ दिखाई दे रहा है.
भारत में बना रह सकता है कोरोना!
वहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन की मुख्य वैज्ञानिक डॉ. सौम्या स्वामीनाथन का कहना है कि भारत में कोरोना एक तरह से महामारी के स्थानिकता के चरण में प्रवेश कर रहा है, जहां पर कोरोना का निम्न और मध्यम स्तर का संक्रमण जारी है. डॉ. सौम्या ने बताया कि स्थानिक अवस्था तब होती है जब कोई आबादी किसी भी वायरस के साथ ही रहना सीख जाती है. उन्होंने उम्मीद जताई है कि WHO का तकनीकी समूह भारत की कोवैक्सीन को उसके अधिकृत टीकों में शामिल करने की मंजूरी देने के लिए संतुष्ट होगा. उन्होंने कहा मुझे विश्वास है कि सितंबर के मध्य तक कोवैक्सीन को मंजूरी मिल सकती है.