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तीसरी लहर: भारत में कोरोना का कोहराम, वैक्सीन के लिए क्या अगले महीने आएगा 12+ का नंबर?

jantaserishta.com
10 Jan 2022 7:16 AM GMT
तीसरी लहर: भारत में कोरोना का कोहराम, वैक्सीन के लिए क्या अगले महीने आएगा 12+ का नंबर?
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Corona Vaccination for Kids: कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वैरिएंट के खतरे के बीच पिछले हफ्ते से भारत में 15 से 18 साल के किशोरों के वैक्सीनेशन का काम भी शुरू हो गया. वैक्सीनेशन शुरू हुए एक हफ्ते हो चुके हैं. अब तक 15 से 18 साल के एक तिहाई किशोरों को वैक्सीन की एक डोज लगाई जा चुकी है. स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, देश में 15 से 18 साल के बीच के किशोरों की संख्या 7.40 करोड़ है.

CoWin पोर्टल के मुताबिक, देश में सोमवार सुबह तक 2.38 करोड़ या 32% से ज्यादा किशोरों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है. यानी 15 से 18 साल के हर 10 में से 3 को वैक्सीन की पहली डोज लग चुकी है. मध्य प्रदेश और राजस्थान समेत कई राज्य सरकारों का अनुमान है कि इसी महीने सभी किशोरों को वैक्सीन की पहली डोज लगा दी जाएगी.
किशोरों के वैक्सीनेशन में सबसे आगे उत्तर प्रदेश है. वहां अब तक 24 लाख से ज्यादा किशोरों को वैक्सीन की पहली डोज लग चुकी है. दूसरे नंबर पर मध्य प्रदेश है जहां 22 लाख से ज्यादा किशोरों को पहली डोज दी जा चुकी है. इसके बाद आंध्र प्रदेश (20.06 लाख), गुजरात (18.77 लाख) और राजस्थान (18.40 लाख) है.
राज्य वैक्सीन डोज
उत्तर प्रदेश 24.25 लाख
मध्य प्रदेश 22.26 लाख
आंध्र प्रदेश 20.06 लाख
गुजरात 18.77 लाख
राजस्थान 18.40 लाख
महाराष्ट्र 17.78 लाख
बिहार 17.14 लाख
तमिलनाडु 16.04 लाख
कर्नाटक 15.60 लाख
पश्चिम बंगाल 13.07 लाख
छत्तीसगढ़ 7.50 लाख
तेलंगाना 7.00 लाख
असम 6.52 लाख
हरियाणा 6.05 लाख
ओडिशा 6.06 लाख
केरल 4.99 लाख
झारखंड 3.59 लाख
दिल्ली 2.61 लाख
जम्मू-कश्मीर 2.30 लाख
पंजाब 34,241
(सोर्स- कोविन)
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 15 साल से छोटे बच्चों का वैक्सीनेशन भी शुरू करने की अपील की थी. कोविड टास्क फोर्स के सदस्य डॉ. एनके अरोड़ा ने बताया था कि 15 से 18 साल के किशोरों का वैक्सीनेशन शुरू करने का फैसला इसलिए लिया गया क्योंकि कोरोना से जितने बच्चों की मौतें हुई हैं, उनमें से 75 फीसदी मौतें इसी एज ग्रुप में हुईं.
अगर इसी महीने 15 से 18 साल के किशोरों को वैक्सीन की पहली डोज लग जाती है तो हो सकता है कि अगले ही महीने से 15 साल से छोटे बच्चों का वैक्सीनेशन भी शुरू हो जाए. माना तो यही जा रहा है कि 15 से 18 के बाद 12 से 15 साल के बच्चों का वैक्सीनेशन शुरू हो सकता है.
क्या 12 साल से छोटे बच्चों का वैक्सीन है?
देश में अभी 15 से 18 साल के किशोरों को भारत बायोटेक की कोवैक्सीन (Covaxin) लगाई जा रही है. भारत बायोटेक ने पिछले साल 2 से 18 साल तक के बच्चों पर कोवैक्सीन का ट्रायल किया था. केंद्र सरकार ने भी कोवैक्सीन को 12 साल से ऊपर के बच्चों पर इस्तेमाल की मंजूरी दे दी है.
कोवैक्सीन के अलावा जायडस कैडिला की जायकोव-डी (Zy-Cov-D) को भी सरकार की ओर से मंजूरी मिल चुकी है. ये वैक्सीन 12 साल से ऊपर के लोगों पर असरदार है. हालांकि, मंजूरी मिलने के बाद भी अभी तक इसका इस्तेमाल शुरू नहीं हुआ है. सरकार ने जायकोव-डी के 1 करोड़ डोज का ऑर्डर दिया है. एक्सपर्ट का कहना है कि पहले ये वैक्सीन वयस्कों को दी जाएगी और उसके बाद इसे बच्चों को लगाया जाएगा.
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