इन विभागों को अपना इमरजेंसी डिजास्टर मैनेजमेंट प्लान तैयार करना होगा
दिल्ली: आपदा राहत एवं बचाव कार्य को समय रहते रिस्पांस के लिए संसाधनों, फील्ड ऑफिसरों एवं कार्मिकों, वाहनों, इक्विपमेंट्स और अन्य सम्पत्तियों की जल्द से जल्द जीआईएस मैपिंग की जाए. सभी विभागों को अपना इमरजेंसी डिजास्टर मैनेजमेंट प्लान तैयार करना होगा. धरातल पर कार्य करने वाले ऑफिसरों और कार्मिकों को आवश्यक प्रशिक्षण के साथ तकनीकी रूप से दक्ष बनाने और उसके अधिक से अधिक इस्तेमाल बढ़ाने पर जोर दिया गया. सभी फील्ड वाहनों में जीपीएस इंसोटेलेशन सुनिश्चित किया जाए.
कल (शनिवार) को सचिवालय में सभी संबंधित आपदा प्रबन्धन में नोडल ऑफिसरों की समीक्षा बैठक सचिव आपदा प्रबन्धन डा। रंजीत सिन्हा की मौजूदगी में हुई. उन्होंने बताया कि 24 विभाग के लोगों के साथ बात की गई. इमरजेंसी मेन एजेंडा है। इसको लेकर 11 प्वाइंट बनाई गई है.
इस दौरान आपदा सचिव ने सिचाई और सीडब्ल्यूसी विभाग को फल्ड मैनेजमेंट प्लान तैयार करने के भी निर्देश दिए. विभागों को आपदा प्रबन्धन के दृष्टिगत अपने संसाधनों, फील्ड पर ऑफिसरों और कार्मिकों, वाहनों, इक्विपमेंटस और अन्य सम्पतियों की जल्द से जल्द जीआईएस मैपिंग करने और आपदा प्रबन्धन विभाग की वेबसाइट पर डाटा अपलोड को बोला है.
सचिव ने परिवहन विभाग को विभिन्न विभागों में लगे सभी फील्ड वाहनों में जीपीएस इंसोटेलेशन सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए हैं. उन्होंने बोला कि सभी विभागों में आपदा कन्ट्रोल रूम या डिजास्टर मैनेजमेंट सेल स्थापित हो जानी चाहिए. जिनका जल्द ही आपदा प्रबन्धन विभाग की ओर से निरीक्षण किया जाएगा.
बैठक में सभी विभागों को अपना डिजास्टर मैनेजमेंट प्लान तैयार करने, धरातल पर कार्य करने वाले कार्मिकों को आवश्यक प्रशिक्षण देने, सभी ऑफिसरों और कार्मिकों को तकनीकी रूप से दक्ष बनने, फील्ड में तैनात सभी कार्मिकों की जीआईसी मैपिंग करने, एसओपी तैयार करके, उसे आपदा प्रबन्धन विभाग पर अपलोड करवाने की कठोर हिदायत दी है.
सचिव आपदा प्रबन्धन ने बैठक में विभागों से आपदा संवेदनशील लोकेशन के चिन्हीकरण और जीआईसी मैंपिग, जिलावार और विकासखण्डवार विभिन्न स्थानों पर संसाधनों एव कार्मिकों की तैनाती की साफ सूचना की जानकारी ली. इसके साथ ही फील्ड पर तैनात ऑफिसरों और कार्मिकों की स्थिति और सम्पर्क सूत्रों का डाटा, जीआईएस प्लेटफोर्म पर रिसोर्स मैपिंग की स्थिति, आपदा प्रबन्धन में विभागों में तकनीकी के उपयोग और आपदा प्रबन्धन में विभागों की एसओपी संबंधित एक-एक विषय को समझा.
सचिव आपदा प्रबन्धन ने बोला कि सभी विभाग आपदा प्रबन्धन में निम्न से उच्च स्तर में लगे अपने ऑफिसरों और कार्मिकों को पर्याप्त प्रशिक्षण दें. फील्ड कार्मिकों को अपनी भूमिकाओं और एसओपी की जानकारी होनी चाहिए. सभी विभागों को गत साल के आंकड़ों के डिजिटाइजेशन एवं एनालिसिस के भी निर्देश दिए. इसके साथ ही सचिव आपदा प्रबन्धन ने विभागों को उनके इमरजेंसी मैनेजमेंट प्लान को तैयार रखने के भी निर्देश दिए. उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को राज्य में संचालित 108 सेवा के सभी वैन को जीआईसी मैंपिग के भी कड़े निर्देश दिए. सभी विभागों के आपदा कण्ट्रोल रूम को आपदा प्रबन्धन विभाग के एपीआई से जल्द से जल्द लिंक करने की भी बात की.
बैठक में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सेना, स्वास्थ्य, लोक निर्माण विभाग, परिवहन, पर्यटन, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति, वन विभाग, पशुपालन एव सूचना विभाग के उच्चाधिकारी मौजूद थे.