दिल्ली Delhi। बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश में भले ही कम बारिश हुई है, लेकिन देश के बाकी हिस्सों में सामान्य से अधिक वर्षा हुई है। इसके साथ ही इस साल गर्मी ने भी लोगों को खूब सताया है। अब मौसम विभाग ने इस साल पड़ने वाली ठंड के लेकर भी भविष्यवाणी की है। विश्व मौसम विज्ञान संगठन (डब्ल्यूएमओ) की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि इस साल ला नीना के प्रभाव के कारण कड़ाके की ठंड पर सकती है। हालांकि, भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने अभी तक इसकी पुष्टि नहीं की है। Meteorological Department
डब्ल्यूएमओ के अनुसार, इस साल के अंत तक 60 फीसदी संभावना है कि ला नीना स्थितियां और मजबूत हो जाएगी, जिससे भारत के उत्तरी भागों में कड़ाके की ठंड सता सकती है। पूर्वानुमान से संकेत मिलता है कि सितंबर-नवंबर 2024 के दौरान वर्तमान तटस्थ स्थितियों (न तो अल नीनो और न ही ला नीना) से ला नीना स्थितियों में परिवर्तित होने की 55 प्रतिशत संभावना है। अक्तूबर 2024 से फरवरी 2025 तक यह संभावना है की ला नीना की प्रबलता 60 प्रतिशत तक बढ़ जाए और इस दौरान अल नीनो के फिर से मजबूत होने की संभावना शून्य है।
हालांकि, भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने अभी तक इसकी पुष्टि नहीं की है कि ला नीना की स्थिति के कारण इस बार सामान्य से अधिक सर्दी पड़ेगी या नहीं।