यूपी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बीते दिनों संभल में शाही जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हुई हिंसा को लेकर पुलिस और प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि घटना से जुड़े उपद्रवियों के साथ पूरी कठोरता से निपटें. उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया है, उसे वापस ठीक कराने का खर्च उन्हीं उपद्रवियों से वसूल किया जाए. एक भी उपद्रवी बचना नहीं चाहिए. सीएम योगी ने कहा कि चाहे गौतमबुद्ध नगर हो, अलीगढ़ हो या संभल अथवा कोई अन्य जिला हो, अराजकता फैलाने की छूट किसी को नहीं दी जा सकती. उन्होंने कहा, "जिन लोगों ने सार्वजनिक संपत्ति को क्षतिग्रस्त किया है, उसे वापस ठीक कराने का खर्च उन्हीं उपद्रवियों से वसूल किया जाए. अराजकता फैलाने वालों को चिन्हित कर उनके पोस्टर लगाएं, जनता का सहयोग लें, सघन सर्च ऑपरेशन चलाएं. एक भी उपद्रवी बचना नहीं चाहिए."
बता दें कि संभल जिले में 24 नवंबर को स्थानीय कोर्ट के आदेश पर शाही जामा मस्जिद के सर्वेक्षण के दौरान हिंसा भड़क उठी थी, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई थी और करीब दो दर्जन लोग घायल हो गए थे. घायलों में पुलिसवाले भी शामिल थे. पुलिस ने हिंसा मामले में ढाई हजार से अधिक लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है, जिनमें से अधिकांश अज्ञात हैं. जिन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है, उनमें समाजवादी पार्टी के संभल से सांसद जिया उर रहमान बर्क और संभल के विधायक इकबाल महमूद के बेटे सोहेल इकबाल भी शामिल हैं.
दरअसल सीएम योगी ने बुधवार को पुलिस और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ राजस्व मामलों को निस्तारण और कानून-व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा की. इसके अलावा सार्वजनिक स्थलों पर हुए अतिक्रमणों पर भी सीएम ने कहा कि सबको ये समझना चाहिए कि सड़क सभी के आवागमन के लिए हैं, यहां बिल्डिंग मैटेरियल का सामान रखने, निजी वाहन पार्किंग बनाने, दुकान बनाने अथवा किसी के अनधिकृत कब्जे के लिए नहीं. यह स्वीकार नहीं किया जा सकता.