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होटल में डोसा खरीदने के नहीं थे पैसे, एक दिन कलेक्टर बनकर वहीं पहुंची लड़की, जाने वायरल स्टोरी की सच्चाई

jantaserishta.com
27 May 2021 6:57 AM GMT
होटल में डोसा खरीदने के नहीं थे पैसे, एक दिन कलेक्टर बनकर वहीं पहुंची लड़की, जाने वायरल स्टोरी की सच्चाई
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नई दिल्ली:- आईएएस अधिकारी नेहा शर्मा इन दिनों सुर्खियों में हैं। वजह है इनकी सोशल मीडिया पोस्ट। हाल ही इन्होंने पानी में योगा करते हुए खुद का वीडियो फेसबुक पर पोस्ट किया था, जो खूब वायरल हुआ। पानी में योगा वाले वीडियो के तीन दिन बाद अब आईएएस नेहा शर्मा ने अपने फेसबुक पेज पर एक मॉटिवेशनल स्टोरी शेयर की है। लंबी-चौड़ी इस स्टोरी का सार ये है कि एक लड़की के पिता के पास इतने पैसे नहीं होते हैं वो उसे होटल में डोसा खिला सके। बाद में यही लड़की आईएएस बनती है।

आईएएस नेहा शर्मा ने अपने फेसबुक पेज पर शेयर की मॉटिवेशनल स्टोरी के साथ एक स्केचनुमा तस्वीर भी पोस्ट की है, जो आईएएस अधिकारी स्वाति मीणा नायक की है। ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि आईएएस नेहा शर्मा ने मॉटिवेशनल स्टोरी आईएएस स्वाति मीणा के बारे में है।
क्या लिखा है मॉटिवेशनल स्टोरी में?
एक व्यक्ति अपनी 15-16 साल की बेटी के साथ एक बड़े होटल में पहुंचा। उन दोनों को कुर्सी पर बैठा देख एक वेटर ने उनके सामने दो गिलास साफ ठंडे पानी के रख दिए और पूछा- 'आपके लिए क्या लाना है?' उस व्यक्ति ने कहा- 'मैंने मेरी बेटी को वादा किया था कि यदि तुम कक्षा दस में जिले में प्रथम आओगी तो मैं तुम्हें शहर के सबसे बड़े होटल में एक डोसा खिलाऊंगा। इसने वादा पूरा कर दिया। कृपया इसके लिए एक डोसा ले आओ।'
वेटर ने मालिक को बताई पूरी बात
वेटर ने पूछा- 'आपके लिए क्या लाना है?' उसने कहा-'मेरे पास एक ही डोसे का पैसा है।' पूरी बात सुनकर वेटर मालिक के पास गया और पूरी कहानी बता कर कहा-'मैं इन दोनों को भरपेट नाश्ता कराना चाहता हूँ। अभी मेरे पास पैसे नहीं है, इसलिए इनके बिल की रकम आप मेरी सैलेरी से काट लेना।'
फिर आईएएस बनकर लौटीं
होटल मालिक ने वेटर से कहा- 'आज हम होटल की तरफ से इस होनहार बेटी की सफलता की पार्टी देंगे।' होटलवालों ने एक टेबल को अच्छी तरह से सजाया और बहुत ही शानदार ढंग से सभी उपस्थित ग्राहकों के साथ उस बच्ची की सफलता का जश्न मनाया। मालिक ने उन्हें एक बड़े थैले में तीन डोसे और पूरे मोहल्ले में बांटने के लिए मिठाई उपहार स्वरूप पैक करके दे दी। इतना सम्मान पाकर आंखों में खुशी के आंसू लिए वे अपने घर चले गए। समय बीतता गया और एक दिन वही लड़की IAS की परीक्षा पास कर उसी शहर में कलेक्टर बनकर आई।
कलेक्टर बनने के बाद उसी होटल में गईं
उसने सबसे पहले उसी होटल मे एक सिपाही भेजकर कहलाया कि कलेक्टर साहिबा नाश्ता करने आएंगी। होटल मालिक ने तुरन्त एक टेबल को अच्छी तरह से सजा दिया। यह खबर सुनते ही पूरा होटल ग्राहकों से भर गया। कलेक्टर रूपी वही लड़की होटल में मुस्कराती हुई अपने माता-पिता के साथ पहुंची। सभी उसके सम्मान में खड़े हो गए। होटल के मालिक ने उन्हें गुलदस्ता भेंट किया और आर्डर के लिए निवेदन किया।
होटल मालिक पहचान नहीं पाए
उस लड़की ने खड़े होकर होटल मालिक और उस बेटर के आगे नतमस्तक होकर कहा- 'शायद आप दोनों ने मुझे पहचाना नहीं। मैं वही लड़की हूँ जिसके पिता के पास दूसरा डोसा लेने के पैसे नहीं थे और आप दोनों ने मानवता की सच्ची मिसाल पेश करते हुए,मेरे पास होने की खुशी में एक शानदार पार्टी दी थी और मेरे पूरे मोहल्ले के लिए भी मिठाई पैक करके दी थी।'
श्रेष्ठ नागरिक का सम्मान
आज मैं आप दोनों की बदौलत ही कलेक्टर बनी हूँ। आप दोनों का एहसान में सदैव याद रखूंगी। आज यह पार्टी मेरी तरफ से है और उपस्थित सभी ग्राहकों एवं पूरे होटल स्टाफ का बिल मैं दूंगी।कल आप दोनों को 'श्रेष्ठ नागरिक' का सम्मान एक नागरिक मंच पर किया जाएगा।
अब जानिए इस स्टोरी की हकीकत
वन इंडिया हिंदी की रिपोर्ट के मुताबिक आईएएस नेहा शर्मा द्वारा शेयर की गई मॉटिवेशनल स्टोरी की हकीकत पता करने के लिए खुद आईएएस स्वाति मीणा से ही बात की। स्वाति मीणा ने इस स्टोरी को पूरी तरह खारिज किया है। यह स्टोरी फेक है।
फेसबुक पर डालकर बताएंगी हकीकत
बकौल, स्वाति मीणा मेरे पिता आरएएस अधिकारी रहे हैं। होटल में डोसा का नाश्ता करने के पैसे नहीं होने वाली यह कहानी पूरी तरह से फेक है। पता नहीं क्यों मेरा नाम इसमें जोड़कर वायरल किया जा रहा है। सोशल मीडिया में यह फेक स्टोरी वायरल किए जाने के संबंध में मैं अपने फेसबुक पर पोस्ट डालूंगी। ताकि झूठी स्टोरी वायरल ना हो।
आईएएस स्वाति मीणा की जीवनी
बता दें कि स्वाति मीणा मध्य प्रदेश कैडर की आईएएस अधिकारी हैं। ये मूलरूप से राजस्थान के सीकर जिले के श्रीमाधोपुर तहसील के गांव बुरजा की ढाणी की रहने वाली हैं। आरएएस अधिकारी के घर 1984 को जन्मी स्वाति मीणा देश में सबसे कम उम्र में आईएएस बनने वालों में से एक हैं।
23 साल की उम्र में बनी आईएएस
स्वाति मीणा साल 2007 में 260वीं रैंक के साथ यूपीएससी परीक्षा की। ये आईएएस बनी तब इनकी उम्र महज 23 साल थी। बतौर डीएम साल 2012 में पहली पोस्टिंग मध्य प्रदेश के खंडवा में पहली पोस्टिंग मिली। ये मंडला में भी डीएम रही हैं। कलेक्टर रहते हुए स्वाति मीणा ने रेत माफिया का खात्मा किया। वर्तमान में स्वाति मीणा नायक महिला बाल विकास विभाग के निदेशक के पद पर भोपाल में कार्यरत हैं।
पति तेजस्वी नायक भी आईएएस
आईएएस स्वाति मीणा के पति तेजस्वी नायक भी मध्य प्रदेश कैडर के आईएएस अधिकारी हैं। तेजस्वी नायक मूलरूप कर्नाटक के रहने वाले हैं। नौकरी के शुरुआती दिनों में स्वाति मीणा एमपी के सीधी और तेजस्वी नायक कटनी में तैनात थे। इस बीच दोनों की मुलाकात हुई। दोस्ती प्यार में बदली और फिर 25 मई 2014 को दोनों ने शादी कर ली।
आईएएस नेहा शर्मा की जीवनी
अफसर बिटिया के नाम से मशहूर आईएएस नेहा शर्मा मूलरूप से छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले की रहने वाली हैं। 13 जनवरी 1984 को जन्मी नेहा शर्मा उत्तर प्रदेश कैडर की साल 2010 की आईएएस हैं। नेहा शर्मा ने ग्वालियर के सिंधिया स्कूल, मिरांडा हाउस, दिल्ली विश्वविद्यालय से पढ़ाई की है। इन्हें बतौर बागपत एसडीएम पहली पोस्टिंग मिली। 2013 में एसडीएम कानपुर सदर, 2014-15 में उन्नाव सीडीओ और 2017 में फिरोजाबाद में डीएम पद पर तैनात रहीं। ​वर्तमान में नोएडा में कार्यरत हैं।


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