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न्यूज़ क्रेडिट: हिंदुस्तान
शिक्षिका ने एसएसपी आफिस पर स्कूल प्रबंधन के खिलाफ शिकायती पत्र देकर कार्रवाई की मांग की है।
मेरठ: ऋषभ एकेडमी में बुधवार को एक शिक्षिका ने हंगामा कर दिया। शिक्षिका का आरोप था कि स्कूल प्रबंधन ने पहले उसके साथ अभद्रता की और फिर बंधक बना लिया। सूचना पाकर सदर बाजार पुलिस मौके पर पहुंची और किसी तरह मामला शांत कराया। शिक्षिका ने एसएसपी आफिस पर स्कूल प्रबंधन के खिलाफ शिकायती पत्र देकर कार्रवाई की मांग की है।
देहलीगेट निवासी महिला ऋषभ एकेडमी में शिक्षिका हैं। बुधवार सुबह वह स्कूल पहुंची तो गेट पर मौजूद गार्ड ने उन्हें प्रवेश देने से इंकार कर दिया। यह देख उन्होंने हंगामा कर दिया और फोन कर अपने पति मनोज कुमार को बुला लिया। शिक्षिका का आरोप था कि स्कूल प्रबंधन उन्हें नौकरी से निकालने का प्रयास कर रहा है। उन्हें उपस्थिति दर्ज कराने से भी रोक दिया है। देखते ही देखते मामला तूल पकड़ गया।
हंगामे की सूचना पाकर सदर बाजार पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों पक्षों से बात की। काफी देर बाद भी जब मामला शांत नहीं हुआ तो पुलिस ने दोनों पक्षों को चेतावनी दी। इसके बाद शिक्षिका वहां से एसएसपी आफिस पहुंची और शिकायत की।
इंस्पेक्टर देव सिंह रावत ने बताया कि हंगामे की सूचना पर पुलिस पहुंची और मामला शांत करा दिया। शिक्षिका त्रिवेणी जैन की ओर से थाने में कोई तहरीर नहीं दी गई है। उन्होंने उच्चाधिकारियों से मिलकर शिकायत करने की बात कही थी। शिक्षिका तहरीर देती हैं तो मामले की जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी। जहां तक स्कूल प्रबंधनकी बात है तो उनकी ओर से भी थाने में कोई लिखित शिकायत नहीं की गई है।
शिक्षिका का यह आरोप
- स्कूल के शिक्षक गौरव ने अभद्रता व छेड़छाड़ का प्रयास किया।
- प्रधानाचार्य मुकेश कुमार ने भी आरोपी शिक्षक का साथ दिया।
- स्कूल की मनमानी के खिलाफ आवाज उठाने पर परेशान किया जा रहा है।
- स्कूल में करीब तीन घंटे तक बंधक बनाकर रखा गया।
स्कूल प्रधानाचार्य ने यह कहा
- शिक्षक गौरव से विवाद के बाद शिक्षिका ने अनुशासनहीनता की।
- अनुशासनहीनता पर लिखित जवाब मांगा तो जवाब नहीं दिया।
- इसी के चलते अगले आदेश तक स्कूल आने पर रोक लगाई गई।
- शिक्षिका के इस व्यवहार से स्कूल की गरिमा प्रभावित हुई।
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