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राजनीति में कोई भी स्थायी दोस्त या दुश्मन नहीं होता : अजित पवार

Nilmani Pal
28 Aug 2023 1:36 AM GMT
राजनीति में कोई भी स्थायी दोस्त या दुश्मन नहीं होता : अजित पवार
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मुंबई। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री और एनसीपी नेता अजित पवार ने रविवार को कहा कि राजनीति में कोई भी स्थायी दोस्त या दुश्मन नहीं होता. मुंबई से लगभग 390 किलोमीटर दूर बीड में एक रैली को संबोधित करते हुए अजित पवार ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करिश्मे से धर्मनिरपेक्ष विचारों पर चलने वाले महाराष्ट्र को फायदा होगा. इस दौरान अजित ने शिंदे सरकार में शामिल होने का कारण भी बताया.

बता दें कि अजित पवार के चाचा और एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने दस दिन पहले बीड में एक रैली को संबोधित किया था. अजित पवार ने उनका और एनसीपी के अन्य मंत्रियों का स्वागत करने के लिए शिवसेना और भाजपा के स्थानीय नेताओं को धन्यवाद देते हुए कहा, "राजनीति में कोई भी स्थायी दोस्त या दुश्मन नहीं है. यह राजनीति है."

उन्होंने कहा कि पीएम मोदी का करिश्मा पूरे देश में देखा जाता है और उम्मीद है कि धर्मनिरपेक्ष विचारों पर चलने वाले महाराष्ट्र को इस करिश्मे से फायदा होगा. हमारी उम्मीद है कि पीएम मोदी के करिश्मे से महाराष्ट्र को फायदा होगा और इसलिए हम सभी ने राज्य के लाभ के लिए (भाजपा-शिवसेना) सरकार में शामिल होने का फैसला किया है. सरकार में शामिल होने के हमारे फैसले के पीछे कोई स्वार्थ नहीं है. कुछ अटकलबाजी वाली बातों में रत्ती भर भी सच्चाई नहीं है.

इस दौरान महाराष्ट्र के कृषि मंत्री धनंजय मुंडे ने शरद पवार को घेरा. उन्होंने कहा कि मैंने स्पष्ट कर दिया है कि आज की रैली सीनियर साहब (शरद पवार) की रैली का जवाब नहीं है बल्कि बीड के लोगों के प्रति जवाबदेही की रैली है. बीड ने हमेशा साहेब का सम्मान किया है लेकिन साहेब ने बीड को क्या दिया, यह अभी भी एक सवाल है. लेकिन मैं गर्व से कह सकता हूं कि अजित दादा ने जरूरत पड़ने पर हमें बहुत कुछ दिया है.'

उन्होंने कहा कि अगर अजित दादा की तुलना किसी फिल्मी सितारे से की जाए तो मैं जरूर कहूंगा कि अजित पवार पर यह डायलॉग फिट बैठता है कि "जो मैं बोलता हूं वो मैं करके दिखाता हूं, और जो मैं नहीं कहता वो तो बिल्कुल करता हूं. आज की रैली जिले की पहचान और सम्मान के साथ-साथ सूखाग्रस्त जिले से मुक्ति के लिए है. मुंडे ने आगे कहा कि शीशा टूटा है या बचा है, ये सवाल नहीं, लेकिन सवाल यह है की पत्थर कहां से आया है? लोगों ने कोशिश की मुझे मिटटी में दबाने की, लेकिन वह भूल गए में बीज हूं, मुझे आदत है बार बार उग जाने की. गौरतलब है कि अजित पवार गुट के सांसद और वरिष्ठ नेता प्रफुल्ल पटेल का दावा है कि एनसीपी पार्टी को लेकर चुनाव आयोग का नतीजा 30 सितंबर तक आने की उम्मीद है. उन्होंने आश्वासन दिया कि विधायकों के समर्थन के आधार पर एनसीपी पार्टी का नाम और चुनाव चिन्ह अजित पवार को दिया जाएगा.


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