युवक ने की धर्म वापसी, प्यार के चक्कर में सालों पहले कर लिया था ये फैसला
यूपी। उत्तर प्रदेश के बरेली में हिन्दू धर्म में घर वापसी का मामला सामने आया है. सालों पहले एक हिंदू परिवार धर्म परिवर्तन कर मुस्लिम बन गया था. अब सालों बाद हवन पूजन कर विधि विधान से उसी परिवार के एक सदस्य ने घर वापसी की और बरेली जिला प्रशासन को घर वापसी के लिए प्रार्थना पत्र भी दिया है. युवक ने मुस्लिम महिला के साथ शादी के बाद इस्लाम धर्म कबूल किया था. यह मामला बरेली का है, जहां 11 साल पहले मुस्लिम धर्म अपनाने वाले परिवार के एक लड़के ने बरेली में आकर दोबारा हिन्दू धर्म अपनाया. दरअसल अमरोहा जिले के कुरैशी चौपाल निवासी वीरेंद्र कुमार रस्तोगी 11 साल पहले मुस्लिम बन गए थे. वीरेंद्र ने पत्नी सीमा, बेटे सौरभ, बेटी प्रीति के साथ इस्लाम कबूल कर लिया था.
इन सभी ने अपने नाम भी बदल लिए थे. वीरेंद्र मोहम्मद साहिल बन गए, सौरभ मोहम्मद सुहेल बन गया था, प्रीति उरुज बन गई. अब मोहम्मद सुहेल एक बार फिर सौरभ बन गया है. सौरभ ने बताया कि वो जन्म से हिंदू था, लेकिन बहकावे में आकर के इस्लाम धर्म कबूल कर लिया था. मोहम्मद सुहेल उर्फ सौरभ ने आज फिर हिंदू धर्म में घर वापसी की है. मोहम्मद सुहेल उर्फ सौरभ ने कहा कि मैंने शादी भी मुस्लिम लड़की से की थी और उसने मेरे से तलाक ले लिया, अब वो मेरी बीवी नहीं है, मेरे दो बच्चे भी है लेकिन अब मैं अकेले ही रहना चाहता हूं, नए सिरे से जिंदगी शुरू करूंगा. मोहम्मद सुहेल उर्फ सौरभ की पंडित शंखदार ने घर वापसी कराई है.
इस दौरान पंडित शंखदार ने बताया कि काफी पहले इनकी एक बहन मुस्लिम बनी थी, उसने धर्म परिवर्तन किया था, उसके प्यार में इनके घरवालों ने भी इस्लाम धर्म कबूल कर लिया और फिर सौरभ को भी मजबूरन इस्लाम धर्म में जाना पड़ा, इन्हें इस्लाम पसंद नहीं था, आज हमने शुद्धिकरण करा करके अपने धर्म में वापसी कर ली है.
क्या है पूरा मामला
मोहम्मद सुहेल उर्फ सौरभ ने बताया कि उसने अपने माता पिता के साथ इस्लाम धर्म कबूल कर लिया था, मुस्लिम महिला के साथ शादी करने के बाद एक मौलवी ने उसका ब्रेनवॉश किया था, लेकिन 11 सालों में जब इस्लाम धर्म में मन नहीं लगा तो उसने हिंदू धर्म में वापसी कर ली. 11 साल से वह परिवार के साथ अमरोहा में रह रहा था. मोहम्मद सुहेल उर्फ सौरभ ने जिलाधिकारी को एक प्रार्थना पत्र भी दिया है. उसका कहना है कि अमरोहा में मेरे कई दुश्मन हो गए हैं, इस वजह से मैं अमरोहा छोड़कर बरेली आ गया हूं, मैंने जिला प्रशासन से नई जिंदगी शुरू करने में मदद की अपील की है, मेरी कोशिश होगी कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सामने भी यह मुद्दा ले जाऊं.