पागल कुत्ते के काटने पर युवक ने खोया दिमागी संतुलन, जानवरों जैसी हरकतें देख परिजन हैरान
बिहार। बिहार के पूर्णिया में एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है. पागल कुत्ते के काटने के बाद एक युवक जानवरों जैसी हरकतें करने लगा, जिसके बाद परिजनों को उसके हाथ-पैर बांधने पड़े. परिजन मरीज को लेकर पूर्णिया राजकीय मेडिकल कॉलेज पहुंचे, जहां जांच के बाद उसे पटना रेफर कर दिया. पीड़ित मरीज की पहचान रुपौली के रहने वाले पंकज राम के रूप में हुई है. उसके पिता का नाम उमेश राम है. जानकारी के मुताबिक पंकज राम को कुछ समय पहले कुत्ते ने काटा था, जिसका उसने उस वक्त इलाज नहीं कराया. इसके बाद उसकी स्थिति खराब हो गई. पागल कुत्ते के काटने के बाद युवक ने अपना दिमागी संतुलन खो दिया है.
मरीज के परिजनों ने बताया कि करीब 2 महीने पहले पंकज राम को किसी पागल कुत्ते ने काट लिया था. कुत्ते के काटने की जानकारी उसने परिजन को नहीं दी. समय पर इलाज नहीं होने से मंगलवार को अचानक उसकी तबीयत बिगड़ गई और वह पागल जानवरों की तरह हरकतें करने लगा. परिजन आनन-फानन में उसे लेकर पूर्णिया मेडिकल कॉलेज पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने पंकज राम का शुरुआती इलाज करने के बाद पटना रेफर कर दिया. पंकज राम के चाचा ने बताया कि 2-3 महीने पहले उसके भतीजे को किसी पागल कुत्ते ने काट लिया था.
उन्होंने कहा, इस बात को पंकज ने हल्के में ले लिया और किसी को इसकी जानकारी नहीं दी. जब उसकी अचानक तबीयत बिगड़ने लगी तब परिजनों ने पहले उसे रेफरल अस्पताल रुपौली में भर्ती कराया। शुरुआती इलाज के बाद डॉक्टरों ने उसे पूर्णिया के राजकीय मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर कर दिया. यहां आने के बाद डॉक्टरों ने जांच के बाद उसे रेबीज की समस्या बताई और पटना रेफर कर दिया। मेडिकल कॉलेज अस्पताल के डॉक्टर ने बताया कि रेबीज का कोई इलाज नहीं है, समय पर एंटी रेबीज इंजेक्शन लेना ही बचाव है. यह संक्रमण जंगली जानवरों के काटने से फैलता है. इस दौरान अस्पताल परिसर में युवक पागल जानवरों जैसी हरकतें करता रहा जिसे देखने के लिए वहां लोगों की भीड़ जुट गई.