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विश्व का सबसे बड़ा कोरोना टीका निर्माता अब भारत नहीं, लेकिन अदार पूनावाला के सीरम ने कमाया सबसे ज़्यादा मुनाफ़ा

Kunti Dhruw
14 May 2021 6:34 PM GMT
विश्व का सबसे बड़ा कोरोना टीका निर्माता अब भारत नहीं, लेकिन अदार पूनावाला के सीरम ने कमाया सबसे ज़्यादा मुनाफ़ा
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कोरोना काल में सीरम इस्टिट्यूट ऑफ इंडिया ने बड़ा मुनाफा कमाया है।

कोरोना काल में सीरम इस्टिट्यूट ऑफ इंडिया ने बड़ा मुनाफा कमाया है। कॉर्पोरेट डेटाबेस के मुताबिक भारत की 418 कंपनियों ने साल 2019-20 में 5 हजार करोड़ से ज्यादा रेवेन्यू जनरेट किया है और इसमें टॉप पर अदार पूनावाला का SII है। मौजूदा वित्त वर्ष का डेटा अभी जारी नहीं किया गया है। साल 2019-20 के आंकड़ों के मुताबिक कंपनी ने कुल 2251 करोड़ का मुनाफा कमाया।

विश्व में सबसे ज्यादा वैक्सीन बनाने में भारत के सीरम इंस्टिट्यूट का नाम आता था। हालांकि अब अमेरिका ने भी बड़ी मात्रा में वैक्सीन का उत्पादन शुरू कर दिया है। इसके बावजूद सीरम इंस्टिट्यूट को बड़ा फायदा हो रहा है। बताते चलें कि पहले माना जाता था कि सीरम इस्टिट्यूट कुल 60 प्रतिशत वैक्सीन का उत्पादन करता है लेकिन कोरोना की दूसरी लहर के बाद यह अपने देश की भी कमी को पूरी नहीं कर पा रहा है। ऐसे में सरकार ने दूसरे देशों की वैक्सीन के रास्ते भी खोल दिए हैं।
अगर सीरम इंस्टिट्यूट के पहले के रिकॉर्ड की बात करें तो यह अच्छा मुनाफा कमा रहा था लेकिन कोरोना के बाद इसका मुनाफा तेजी से बढ़ने लगा। अभी कंपनी राज्यों को 300 रुपये और प्राइवेट अस्पतालों को 600 रुपये में वैक्सीन सप्लाई कर रही है। पहले राज्यों के लिए 400 रुपये कीमत निर्धारित की गई थी लेकिन विरोध के बाद घटाकर 300 रुपये किया गया है।
केंद्र सरकार को यह वैक्सीन मात्र 150 रुपये में दी जाती है और इसके बावजूद कंपनी का मुनाफा होता है। इसका मतलब एक डोज बनाने में लागत बहुत कम आती है। हालांकि अदार पूनावाला कई बार कह चुके हैं कि वैक्सीन से प्रॉफिट कमाने का लक्ष्य नहीं है बल्कि प्रोडक्शन बढ़ाने और आगे इनोवेशन करने के लिए रेवेन्यू पर ध्यान दिया जा रहा है। आगर एक वैक्सीन की कीमत 300 रुपये लगाई जाए और 50 करोड़ डोज बेची जाएं तो 15 हजार करोड़ का रेवेन्यू होगा जो कि वित्त वर्ष 2020 के रेवेन्यू का तीन गुना है। उत्पादक कंपनी फाइजर का रेवेन्यू साल में 203 प्रतिशत बढ़ गया। पूनावाला भी अब साल में कोविशील्ड का उत्पादन 1.5 अरब डोज से बढ़ाकर 2.5 अरब करने की योजना बना रहे हैं। बता दें कि सीरम इस्टिट्यूट केवल वैक्सीन ही नहीं बनाता बल्कि हॉर्स ब्रीडिंग, रीयल एस्टेट, एविएशन औऱ फाइनैंस के बिजनस से भी जुड़ा हुआ है।
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