सोना तस्करी मामले में आरोपी स्वप्ना सुरेश ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के सामने सनसनीखेज जानकारियां दी हैं। स्वप्ना ने केरल के स्पीकर पी श्रीरामकृष्णनन पर आरोप लगाते हुए कहा है कि वह उसे अपने फ्लैट पर गंदे इरादों से बुलाते थे। इस बाबत एजेंसी ने केरल हाई कोर्ट में कुछ डॉक्ट्यूमेंट्स भी जमा किए हैं, जिसके बाद ये जानकारियां सामने आई हैं। स्वप्ना सुरेश ने कहा कि श्रीरामकृष्णनन उसे तिरुवनंतपुरम के पेट्टा में एक फ्लैट पर बुलाते थे, जो उसके अनुसार उसके पास था लेकिन किसी और के नाम पर था। साथ ही, स्वप्ना को कोई अजीब न लगे, इसलिए उसने फ्लैट के वास्तविक मालिक के बारे में बताया था। स्वप्ना सुरेश का यह बयान एक एडिशनल डॉक्यूमेंट के तौर पर प्रस्तुत किया गया है। स्वप्ना ने ईडी के उप-निदेशक, (कोच्चि) के सामने अटाकुलंगरा की वनिता जेल में 16 दिसंबर, 2020 को बयान दिया। बयान के अनुसार, स्वप्ना ने कहा, ''उसने मुझे फ्लैट के असली मालिक के बारे में बताया ताकि मैं सुरक्षित महसूस कर सकूं। वह मुझे गंदे इरादों के साथ बुलाया करता था। इसके बाद जब मैंने मना कर दिया तो उसने मुझे मिडिल ईस्ट में जहां उसने पहले कहा था, वहां नौकरी देने के लिए इनकार कर दिया। यहां उसने निवेश भी किया हुआ है।''
यह खुलासा उस दौरान हुआ है, जब अभी केरल की एलडीएफ सरकार केंद्रीय एजेंसी पर सवाल खड़े कर रही है। श्रीरामकृष्णनन ने हमेशा ही कहा है कि जांच एजेंसी राजनैतिक उद्देश्य के साथ इस मामले में जांच कर रही है। हाल ही में, यह सामने आने के बाद कि स्वप्ना ने एजेंसी को बताया कि स्पीकर ने शारजाह में ओमान स्थित मिडिल ईस्ट कॉलेज की एक ब्रांच स्थापित करने की योजना बनाई थी, श्रीरामकृष्णनन ने इन दावों को खारिज कर दिया था और कहा था कि बयान तथ्यात्मक रूप से गलत और बेतुका है। उधर, सीएम भी यह कहते रहे हैं कि राष्ट्रीय एजेंसियां उनकी सरकार को निशाना बना रही हैं और राज्य में विकास में बाधा डाल रही हैं।
डॉक्यूमेंट्स के अनुसार, स्वप्ना ने एजेंसी को बताया कि श्रीरामकृष्णनन ने मुझे मारुथम अपार्टमेंट में फ्लैट पर बुलाया था और मुझे बताया था कि यह उसका ठिकाना था। मैं उनसे मिलने के लिए सारथ (सोने की तस्करी के एक अन्य आरोपी) के साथ वहां गई थी। हालांकि, जैसे कि मैंने उनकी बात मानने से इनकार कर दिया, मिडिल ईस्ट कॉलेज में मुझे दी गई भूमिका भी कैंसिल कर दी गई थी।