केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा - 'तीसरी लहर में वैक्सीन बचा रही है कई जाने, दूसरी लहर के दौरान दो फीसद के मुकाबले अब 72 फीसद को लग चुकी है दोनों डोज'
तीसरी लहर में वैक्सीन लोगों की जान और माल दोनों बचाने में सफल साबित हो रहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार दूसरी लहर के दौरान कम टीकाकरण के कारण बड़ी संख्या में संक्रमितों को जान से धान धोना पड़ा था। यही नहीं, अस्पताल में भर्ती होने की मजबूरी संक्रमितों के लिए बड़ी मुसीबत साबित हुई थी। लेकिन 72 फीसद से अधिक व्यस्क आबादी के टीकाकरण के कारण तीसरी लहर में बहुत कम संक्रमितों को अस्पताल में भर्ती कराने की जरूरत पड़ रही है, साथ ही उनकी मृत्युदर भी काफी कम है। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने दूसरी और तीसरी लहर में संक्रमण के आंकड़े पेश करते हुए कहा कि एक अप्रैल को संक्रमितों की संख्या 72,330 से बढ़कर 30 अप्रैल को 3,46,452 तक पहुंच गई। उस दिन सक्रिय मरीजों की संख्या 31,70,228 थी। इसी के अनुरूप एक दिन में संक्रमण के कारण मरने वालों का साप्ताहिक औसत 319 से बढ़कर 30 अप्रैल को 3059 पहुंच गया।