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रेप पीड़िता के पिता को कुचलकर ट्रक धुलवाया पर नहीं मिटे सबूत, खुला सच, जाने क्या होता है बेंजाडीन टेस्ट?
jantaserishta.com
16 March 2021 9:34 AM GMT
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निर्भया मामले में भी हुआ था बेंजाडीन टेस्ट...
सजेती गैंगरेप मामले में पुलिस को एक और बड़ी कामयाबी मिल गई है. पीड़ित लड़की के पिता की हत्या करने वाले ट्रक ड्राईवर और क्लीनर को पुलिस ने पहले ही गिरफ्तार कर लिया था. अब पुलिस की फोरेंसिक टीम ने बेंजाडीन टेस्ट किया है तो ट्रक के पहियों से खून के धब्बे मिले हैं. जिनका मिलान डीएनए टेस्ट के माध्यम से किया जाएगा. आरोपियों को अदालत के माध्यम से सजा दिलवाने के लिए पुख्ता सबूत मिलना बेहद जरूरी था.
इस मामले से जुड़े ट्रक ड्राइवर और क्लीनर की गिरफ्तारी के बाद ट्रक से खून के धब्बों की बरामदगी यूपी पुलिस के सामने सबसे बड़ी चुनौती थी. सवाल ये था कि कई दिन बाद ट्रक बरामद हुआ है और काफी किलोमीटर चल चुका है. उसके टायरों को भी पानी से धो दिया गया है, ऐसे में ट्रक के टायर से खून के निशान कैसे मिलेंगे? और यही वह निशान हैं जो पुलिस को साजिश की तह तक पहुंचा सकते हैं. इन्हीं खून के धब्बों से पुलिस डीएनए के जरिए केस की कड़ियां जोड़ सकती है. इस चुनौती का सामना करने के लिए यूपी पुलिस ने साइंटिफिक इन्वेस्टिगेशन का सहारा लिया है.
कानपुर के डीआईजी डॉक्टर प्रीतिंदर सिंह ने बताया कि पुलिस ने सड़क पर लगे सीसीटीवी कैमरे, प्रत्यक्षदर्शियों के बयान और टोल प्लाजा के रिकार्ड व फास्टैग रिकार्ड के आधार पर ट्रक तक पहुंचने में कामयाबी हासिल की है. पुलिस की फारेंसिक टीम ने बेंजाडीन टेस्ट किया तो धुलाई के बाद भी ट्रक के पहियों पर खून की मौजूदगी सामने आ गईं.
क्या होता है बेंजामिन टेस्ट?
ट्रक की फॉरेंसिक जांच में बेंजाडीन टेस्ट बड़ी भूमिका निभाने वाला है. बेंजाडीन या फेनोल्फथेलिन परीक्षण के उपयोग से खून की मौजूदगी के लिए सतहों की जांच की जाती है. जब सजेती गैंग रेप मामले में फोरेंसिक टीम ने बेंजीन टेस्ट किया, तो ट्रक के टायरों पर खून की मौजूदगी का पता चला. जिसके बाद फॉरेंसिक टीम ने ट्रक के टायरों से परीक्षण के नमूने हासिल कर लिए, अब इन खून के धब्बों का मिलान मृतक के खून से डीएनए टेस्ट के माध्यम से किया जाएगा.
फॉरेंसिक एक्सपर्ट डॉ आदर्श मिश्रा ने बताया कि बेंजाडीन या फेनोल्फथेलिन परीक्षण के उपयोग से किसी भी जगह खून की मौजूदगी के लिए उनकी परतों की जांच की जाती है. बेंजाडीन टेस्ट के तुरंत बाद डीएनए निकाला जाता है. बेंजाडीन टेस्ट के बाद ब्लडस्टैन मिलने से खून का डीएनए विश्लेषण किया जाता है. खून के धब्बे पाने के लिए ल्यूमिनॉल नाम का केमिकल इस्तेमाल किया जाता है.
निर्भया मामले में भी हुआ था बेंजाडीन टेस्ट
दिल्ली में हुए निर्भया गैंगरेप के मामले में भी दिल्ली पुलिस ने बस में मिले खून के धब्बों की जांच के लिए बेंजाडीन टेस्ट किया था, क्योंकि आरोपियों ने गैंगरेप और कत्ल के बाद बस को धो दिया था, जिसमें बेंजाडीन टेस्ट के बाद पुलिस को खून के धब्बे और उसके नमूने हासिल हुए थे. जिसके बाद पुलिस ने खून के धब्बों का लेबोरेटरी में डीएनए से मिलान कराया था. जिसके चलते आरोपियों को फांसी की सजा हुई.
बीते 9 मार्च को सजेती में हुए सामूहिक दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज होने के अगले ही दिन पीड़िता के पिता की घाटमपुर सीएचसी के सामने ट्रक से कुचलकर मौत हो गई थी. पीड़ित के परिजनों ने इस मामले में दुष्कर्म आरोपित दीपू यादव के निलंबित दारोगा पिता देवेंद्र यादव पर आरोप लगाया था. पुलिस ने हत्या व साजिश की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर ट्रक की तलाश शुरू कर दी थी.
आरोपियों ने घटना के बारे में क्या कहा-
डीआइजी डॉ प्रीतिन्दर सिंह ने बताया कि ट्रक जेएच-10 बीके 1126 को पुलिस ने बरामद कर लिया है. ट्रक में प्लास्टिक का माल था जिसे जमशेदपुर से पंजाब के जालंधर ले जाया जा रहा था. ट्रक मालिक पप्पू महतो ट्रक चला रहा था, जबकि बबलू महतो क्लीनर है. ट्रक ड्राइवर और क्लीनर ने पुलिस को अपने बयान में कहा है कि सड़क पार कर रहा व्यक्ति ट्रक की चपेट में आ गया. जिसके बाद वो ट्रक को भगाते हुए छह-सात किलोमीटर आगे एक ढाबे पर रुके. वहां चाय पी और एक घंटे रुकने के बाद एटा पहुंचकर खून के दाग मिटाने को ट्रक को धुलवाया. जालंधर में माल उतारने के बाद उधर से परचून का माल लेकर लौटते वक्त पुलिस ने घाटमपुर आते ही ट्रक को पकड़ लिया.Live TV
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