डॉक्टर बनकर कॉल करने वाला ठग गिरफ्तार, रैकेट को खंगाल रही पुलिस
सोर्स न्यूज़ - आज तक
यूपी। अगर आप या आपका कोई करीबी इलाज के लिए किसी अस्पताल में भर्ती है और आप दवा, ब्लड, प्लेटलेट के लिए सोशल मीडिया पर मदद मांग रहे हैं तो ऐसा संभलकर करें वरना आप ठगी का शिकार हो सकते हैं. यूपी एसटीएफ ने लखनऊ के सुशांत गोल्फ सिटी से एक ऐसे ही ठग को गिरफ्तार किया है, जिसने कोरोना काल के दौरान ऐसे सैकड़ों लोगों को अपना निशाना बनाया और उनसे लाखों रुपये लूट लिए. एसटीएफ ने जिस ठग को गिरफ्तार किया है वो डॉक्टर वाले ड्रेस और हाथ में स्टैथोस्कोप लेकर कभी राहुल ठाकुर तो कभी करीम तो कभी डॉक्टर पुनीत बनकर लोगों को चूना लगाता था.
इस शातिर ठग राहुल ठाकुर उर्फ करीम ने एम्स, मेदांता, फोर्टिस, और टाटा मेमोरियल कैंसर इंस्टीट्यूट जैसे बड़े अस्पतालों के नाम पर कई लोगों को ठगा था. आरोपी नामचीन अस्पतालों में भर्ती मरीजों के तीमारदारों को अपना शिकार बनाता था. कभी अस्पताल की वेबसाइट से तो कभी सोशल मीडिया के जरिए यह ठग अस्पताल का HOD बनकर या फिर खुद को डॉक्टर बताकर या इलाज कर रही टीम का इंचार्ज बनकर मरीज के तीमारदारों को फोन करता था.
आरोपी मरीज के परिजनों से कहता था कि मरीज की हालत गंभीर है, एंटी डोज के इंजेक्शन मंगवाने पड़ेंगे या फिर ब्लड प्लेटलेट की जरूरत है जल्दी से आप पैसा इस खाते में ऑनलाइन जमा करा दीजिए. फिर यह फर्जी नाम पते पर खोले बैंक खातों में रकम जमा को हड़प लेता था. अधिकारी ने जब उसके मोड्स ओपरंडी के बारे में सुना तो उनके होश उड़ गए. इस शातिर ठग की गिरफ्तारी के बाद एडीजी लॉ ऑर्डर और एसटीएफ चीफ ने अस्पताल प्रबंधन को ऐसे लोगों से सावधान रहने की सलाह दी है. अधिकारियों ने कहा कि यह मरीज की निजता का हनन है. एसटीएफ इस पूरे रैकेट को गहराई से खंगाल रही है.