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चोर कंपनी को दबोचा गया, इनके कांड जानकर हैरान रह जाएंगे

jantaserishta.com
11 March 2022 6:18 AM GMT
चोर कंपनी को दबोचा गया, इनके कांड जानकर हैरान रह जाएंगे
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जानें पूरा मामला।

जयपुर: राजधानी जयपुर (Rajasthan) में एक ऐसा चोर गिरोह पकड़ा गया है जिसके कारनामे सुनकर पुलिस वालों ने भी अपना माथा पकड़ लिया. जयपुर में शास्त्री नगर थाना पुलिस (Shashtri nagar police) ने कार्रवाई के दौरान 10 बदमाशों का एक गिरोह पकड़ा है जो शहर में कॉर्पोरेट कंपनी (corporate company) के तरीके से चोरी की वारदातों को अंजाम देते थे. इस गिरोह में बदमाश महीने की सैलरी पर नौकरी (salary based thief) करते थे और चोरी का पूरा हिसाब गिरोह के सरगना को देते थे. सभी बदमाशों को चोरी के बाद उनकी परफॉर्मेंस के आधार पर सैलरी (thief salary) दी जाती थी. पुलिस को पता चला है कि इस गिरोह (gang of thieves) से जुड़े बदमाश वाहन चुराने से लेकर उसे ठिकाने लगाने, फिर उसके पार्ट काटकर बेचने में माहिर हैं.

वहीं बदमाशों को अच्छा काम करने पर इंसेटिव भी दिया जाता था और सभी बदमाश अलग-अलग सैलरी पर काम करते थे. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक जयपुर पुलिस को इन बदमाशों के कब्जे से भारी मात्रा में कबाड़ में तब्दील बाइक, स्कूटी, बैट्री, ई-रिक्शा मिले हैं जो सभी चोरी के हैं.
पुलिस ने बताया कि गिरोह में शामिल हर बदमाश का काम तय होता था जिसमें वाहन चोरी से लेकर, वाहन को काटने और बाजार में स्क्रेप करके बेचने तक के काम शामिल होते थे. वहीं इस गैंग का सरगना इरफान और मोहम्मद मोहसीन हैं. पुलिस को पता चला है कि गिरफ्तार किए गए मोहम्मद हासिल कुरैशी, इमरान, भूरा, जीलु करैशी, रवि राठौड़ के पास दिन और रात में वाहनों की रैकी कर चुराने का काम था.
वहीं कोई भी वाहन चोरी करने के बाद उसे ठिकाने लगाने का काम मोहम्मद मोहसीन को दिया हुआ था. पुलिस के मुताबिक मोहसीन चोरी की गई बाइक या स्कूटी को अपने ठिकानों पर ले जाता और वहां काटकर उसके पुर्जे अलग कर लोडिंग वाहन से अलग-अलग जगहों पर भेज देता था. इसके बाद आता है इमरान उर्फ इम्मू जो कबाड़ हुए माल को कबाड़ी के पास बेचता था. वहीं जगदीश कुमार उर्फ जग्गी और इमरान कुरैशी स्क्रैप माल को खरीदने और फिर उसे आगे बेचने का काम देखते थे.
पुलिस की पूछताछ में गिरोह के सरगना इरफान ने बताया कि उसने तनख्वा पर लड़के रखे हुए थे जहां एक लड़के को एक हजार रुपए हर दिन का दिया जाता था. इरफान ने बताया कि गिरोह में हर किसी के काम को तय किया हुआ था. पुलिस ने बताया कि आरोपी इरफान और मोहम्मद मोहसिन ने कई लड़कों को पैसे का लालच देकर इस काम में शामिल कर रखा था.
बता दें कि पुलिस को गिरोह के लोगों के पास करीब 90 दुपहिया वाहनों के इंजन मिले हैं और सैकड़ों बैट्रियां और कबाड़ का सामान मिला है. पुलिस का अनुमान है कि आरोपियों ने अबतक करोड़ों के वाहन चुराकर कबाड़ में बदलकर बेच दिए हैं.
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