भारत
20 लाख टन से ज्यादा थर्मल पावर प्लांट में हुई कोयले की सप्लाई, केंद्रीय मंत्री ने दी जानकारी
Deepa Sahu
13 Oct 2021 3:18 PM GMT
![20 लाख टन से ज्यादा थर्मल पावर प्लांट में हुई कोयले की सप्लाई, केंद्रीय मंत्री ने दी जानकारी 20 लाख टन से ज्यादा थर्मल पावर प्लांट में हुई कोयले की सप्लाई, केंद्रीय मंत्री ने दी जानकारी](https://jantaserishta.com/h-upload/2021/10/13/1355063-20-.webp)
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देश के कई राज्यों में बिजली संकट (Power Crisis) की खबरों के बीत कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी (Pralhad Joshi) ने कहा है.
देश के कई राज्यों में बिजली संकट (Power Crisis) की खबरों के बीत कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी (Pralhad Joshi) ने कहा है कि थर्मल पावर प्लांट को 20 लाख टन से ज्यादा कोयले की सप्लाई की गई है. उन्होंने दावा किया कि बिजली घरों को कोयले की सप्लाई बढ़ाई गई है. देश के विभिन्न पावर प्लांट इस समय कोयले की कमी से जूझ रहे हैं.
जोशी ने बुधवार को ट्वीट किया, ''मुझे यह बात शेयर करते हुए खुशी हो रही है कि सभी स्रोतों से ताप बिजली घरों को कोयले की आपूर्ति मंगलवार को 20 लाख टन से अधिक हो गई है. हम पावर प्लांटों में कोयले का पर्याप्त भंडार सुनिश्चित करने के लिए कोयले की सप्लाई बढ़ा रहे हैं.''कोल इंडिया के एक अधिकारी ने बताया कि पिछले दो दिन के दौरान बिजली स्टेशनों को कोयले की आपूर्ति पहले ही 16.2 लाख टन को पार कर गई है. वहीं कोयले का कुल उठाव 18.8 लाख टन हो गया है. जबकि इसका मासिक औसत 17.5 लाख टन है.
Happy to share that cumulative coal supplies to thermal power plants from all sources including @CoalIndiaHQ recorded more than 2 million tonnes yesterday. We are increasing coal dispatch to power plants further to ensure sufficient coal stocks at power plants.
— Pralhad Joshi (@JoshiPralhad) October 13, 2021
कोल इंडिया ने भी बढ़ाया उत्पादन
इसके अलावा कोल इंडिया ने पिछले दो दिन के दौरान अपना उत्पादन भी बढ़ाकर 16 लाख टन किया है. कंपनी ने कहा है कि दशहरा के बाद उसका उत्पादन और बढ़ेगा, क्योंकि श्रमिक उस समय छुट्टियों के बाद काम पर लौटेंगे.
इससे पहले जोशी ने मंगलवार को कहा था कि सरकार बिजली उत्पादकों की मांग को पूरा करने का भरपूर प्रयास कर रही है. उन्होंने कहा था कि कोयले की आपूर्ति को बढ़ाकर 20 लाख टन प्रतिदिन किया जाएगा, जो अभी 19.5 लाख टन है.
इससे पहले केंद्र ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को चेतावनी दी थी कि अगर वे बढ़ती कीमतों को भुनाने के लिए बिजली बेचते हुए पाए जाते हैं तो वह बिजली की आपूर्ति को बंद कर देंगे. इस बढ़ती चिंता के बीच कि पावर जनरेशन प्लांट में कोयले के स्टॉक में कमी संभावित रूप से ब्लैकआउट हो सकती है. सभी राज्य सरकारों और वितरण कंपनियों (डिस्कॉम) को लिखे पत्र में केंद्रीय बिजली मंत्रालय ने स्थानीय उपभोक्ता मांग को पूरा करने के लिए केंद्रीय उत्पादन स्टेशनों (CGS) की आवंटित बिजली का उपयोग करने का अनुरोध किया था.
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