छात्र को मिला 2 करोड़ का पैकेज, सर्विस प्रोवाइडर कंपनी ने दिया ऑफर
यूपी। आईआईटी बीएचयू में चल रहे प्लेसमेंट मेला में बुधवार को एक छात्र को दो करोड़ रुपए से अधिक का पैकेज मिला है। यह ऑफर अमेरिका में सैन फ्रांसिस्को की सर्विस प्रोवाइडर कंपनी ने दिया है। संस्थान में कैंपस प्लेसमेंट रात 12 बजे शुरू हुआ। इसमें डेढ़ हजार छात्र शामिल हुए हैं। बताया जाता है कि दर्जनों छात्रों पर शानदार ऑफर की बारिश हुई है। कुछ घंटे में चयनित सभी छात्रों की फाइनल लिस्ट आ जाएगी। मंगलवार की आधी रात करीब 1500 छात्र अपने-अपने लैपटॉप के सामने आ गए। अलग-अलग देसी-विदेशी कंपनियों में इंटरव्यू शुरू हुए। संस्थान के राजपूताना हॉस्टल को ही प्लेसमेंट हाउस बना दिया गया है। यहां से पूरी कंट्रोलिंग की जा रही है। आईआईटी बीएचयू के करीब 60 छात्रों ने अपने सीनियर्स को नौकरी दिलाने के लिए सैकड़ों कंप्यूटर इंस्टाल किए हैं। यहां पर एक-एक कंपनी और इंटरव्यू देने वालों को लिंक और शेड्यूल शेयर किया जा रहा है। कंट्रोलिंग करने वाले ये छात्र बी-टेक और इंटीग्रेटेड डुअल डिग्री (आईडीडी) दोनों कोर्सों के हैं।
संस्थान का 50 लाख बचाया
सबसे खास बात कि ये छात्र अपने संस्थान का करीब 50 लाख रुपए भी बचा रहे हैं। इन्होंने खुद के स्तर पर आईआईटी बीएचयू प्लेसमेंट पोर्टल तैयार किया है। कमेटी में 12 छात्र पूरे 50 लोगों की टीम को लीड कर रहे हैं। इनकी मदद से 1500 छात्रों को नौकरी मिलेगी। पहले फेज का यह प्लेसमेंट पांच दिन तक 24 घंटे चलेगा। कोर कमेटी के सारे सदस्य और प्लेसमेंट अधिकारी पूरे समय यहीं पर बने रहेंगे। मालूम हो कि आईआईटी-कानपुर, आईआईटी- गुवाहाटी, आईआईटी मुंबई समेत कई बड़े आईआईटी कैंपस प्लेसमेंट के लिए बाहर से सॉफ्टवेयर कंपनियों को हायर करते हैं, जो कि 30-50 लाख रुपए तक चार्ज करती हैं। आईआईटी बीएचयू के छात्रों ने यह नि:शुल्क किया है। इस प्लेसमेंट के लिए संस्थान के ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट ऑफिसर प्रो. अनिल कुमार अग्रवाल ने एक कोर कमेटी गठित की है। इस कमेटी में 12 छात्र पूरे 50 लोगों की टीम को लीड कर रहे हैं, जिनकी मदद से 1500 छात्रों को नौकरी मिलेगी।
इस बार छात्रों का रुझान सॉफ्टवेयर, एनालिटिक्स और क्वांटिटेटिव एप्टिट्यूड एंड रिसर्च की ओर अधिक है। आईआईटी बीएचयू इंजीनियरिंग के छात्र और कोर कमेटी के प्रमुख सदस्य वरुण भूतडा कहते हैं कि यहां के छात्रों को नौकरी दिलाने का जिम्मा उन्हीं के जूनियर या दूसरे सहपाठी उठाते हैं। वरुण बताते हैं कि कंपनियों को इनवाइट करने से लेकर छात्रों के प्लेसमेंट की जिम्मेदारी छात्र ही उठा रहे हैं। कोर कमेटी की दूसरी मुख्य मेंबर मैटेरियल साइंस एंड इंजीनियरिंग विभाग की साक्षी विजय का कहना है कि पहली बार कई कंसल्टेंसी कंपनियों को बुलाया गया है। माइनिंग डिपार्टमेंट के क्षितिज जायसवाल बता रहे हैं कि इस बार छात्रों का रुझान सॉफ्टवेयर, एनालिटिक्स और क्वांटिटेटिव एप्टिट्यूड एंड रिसर्च की ओर अधिक है।
यह कंपनियां आ रहीं
जगुआर, माइक्रोसॉफ्ट, गूगल, रिलायंस, सैमसंग, जीओ फाइब जी, ओयो फ्लिपकार्ट, अमेजॉन, ओला यूबर, जोमैटो, मिंत्रा, स्प्रिंकलर, न्यूक्लियस, वीजा, टाटा स्टील, विप्रो, पेयपल, रोजरपे, सिप्ला, वालमार्ट, क्वालकम, जेस्ट मनी, पेटीएम, स्लाइस, टाइम्स इंटरनेट, आईसीआईसीआई, हीरो मोटोकॉर्प, क्लियरटैक्स, माइक्रोन, ल्यूमिनस, लाइमचैट समेत 200 से अधिक कंपनियां शामिल हैं।