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खुलकर बगावत! शोभारानी कुशवाह को भेजा गया 'कारण बताओ' नोटिस, अब दिया ये बयान

jantaserishta.com
11 Jun 2022 12:04 PM GMT
खुलकर बगावत! शोभारानी कुशवाह को भेजा गया कारण बताओ नोटिस, अब दिया ये बयान
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न्यूज़ क्रेडिट: आजतक

जयपुर: राजस्थान के धौलपुर से बीजेपी विधायक शोभारानी कुशवाह ने राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस को अपना वोट दिया था, जिसके तुरंत बाद बीजेपी ने उन्हें पार्टी ने निकाल दिया. उसके बाद शोभारानी मीडिया के सामने नहीं आईं, लेकिन उन्होंने प्रेस नोट जारी कर बीजेपी नेताओं पर आरोप लगाया कि वो लोग 2023 में उन्हें राजनीति से बाहर करना चाहते हैं.

शोभारानी कुशवाह ने कहा कि धौलपुर उपचुनाव में मैं और मेरा कुशवाह समाज बीजेपी के पास नहीं गए थे, बल्कि ये लोग ही हमारे पास आए थे. जब इन लोगों ने मेरे परिवार को तबाह कर दिया और इन्हें लगा कि धौलपुर जिले के साथ ही पूरे प्रदेश का कुशवाह समाज बीजेपी के हाथ से निकल सकता है तो खुद चलकर हमारे पास आए थे और मेरे समाज के प्रदेश अध्यक्ष और युवाओं से कुछ वादे किए थे, उनमें से एक भी वादा पूरा नहीं किया गया है. बीजेपी हाई कमान उन लोगों से पूछे जो हमें बीजेपी में लेकर आए थे और हमारे साथ ऐसा क्यों हुआ.
शोभारानी ने पार्टी के नेताओं पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन नेताओं ने बीजेपी के धौलपुर नगर परिषद के चेयरमैन चुनाव में मेरे समर्थक को चुनाव हरवा दिया. उन्होंने लिखा कि धौलपुर नगर परिषद चेयरमैन चुनाव में मेरे समर्थक और बीजेपी कार्यकर्ता एवं अग्रवाल समाज के प्रदेश अध्यक्ष गिरीश गर्ग जी की बहू को बीजेपी की ओर से प्रत्याशी बनाया गया था. हमारे पास में जीतने के लिए संख्या भरपूर थी, लेकिन बीजेपी के राष्ट्रीय नेताओं ने हमारे जीते हुए बीजेपी पार्षदों को कांग्रेस को देकर उनका चेयरमैन बनवा दिया और बीजेपी को हरा दिया. इसके अलावा पंचायत समिति के चुनाव में मैंने लोधा समाज के नवल लोधा को बीजेपी प्रत्याशी बनाया था, लेकिन बीजेपी नेताओं ने जानबूझकर अपने ही कार्यकर्ता को हरवा दिया. जिसकी जानकारी जयपुर से लेकर दिल्ली तक दी गई लेकिन उन बड़े नेताओं को सस्पेंड करना तो दूर की बात है. उनके सामने किसी की हिम्मत नहीं हुई कि उनको नोटिस भी दे सकें. ऐसी पार्टी में कौन सा कार्यकर्ता या नेता काम करना चाहेगा.
विधायक शोभारानी ने आरोप लगाया कि उन्हें विश्वसनीय विधायकों में नहीं रखा गया था. उन्होंने कहा कि बीजेपी के प्रत्याशी घनश्याम तिवारी को वोट करने के लिए हमें मना किया गया था, जबकि निर्दलीय प्रत्याशी को वोट करने के लिए कहा गया था. जिस व्यक्ति ने 2014 में हमारे खिलाफ पूरे देश में अपने चैनल में झूठी अफवाह फैलाई थी. वह व्यक्ति पैसे के दम पर पूरे नंबर न होने के बावजूद खुलेआम क्रॉस वोटिंग की चर्चा कर रहा था. ऐसे व्यक्ति को हमारे समर्थकों ने स्वीकार नहीं किया.
शोभारानी कुशवाह ने जारी किए हुए प्रेस नोट में आरोप लगाया कि बीजेपी के राष्ट्रीय नेता उन्हें 2023 चुनाव में राजनीति से बाहर करना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि धौलपुर सीट उन्होंने लगातार तीन बार जीती है तो वे जानते हैं कि अगर चौथी बार भी जीते तो उनका कद राजनीति में बहुत ऊपर हो जाएगा. इसलिए वो चाहते हैं कि उन्हें ऐसा कुशवाह गुलाम मिल जाए जो इनकी हां में हां मिलाते रहे और ये लोग समाज को लूटते रहें. उन्होंने कहा कि हमारे कार्यकर्ताओं ने निर्णय लिया है कि वे खुद ऐसी पार्टी में नहीं रहना चाहते, जिसके नेता अपने ही प्रत्याशी को हराने का काम करें.
बीजेपी द्वारा की गई कार्रवाई पर उन्होंने कहा कि पार्टी का बहुत-बहुत आभार, लेकिन बीजेपी ने जितनी तत्परता से मुझे पार्टी से निकालने में दिखाई गई है अगर इतनी ही इमानदारी से पार्टी के विरोध में काम करने वाले नेताओं पर भी दिखाई जाती तो कार्यकर्ताओं को खुशी होगी.
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