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कोलंबो के नजदीक का समुद्र खतरनाक...भारतीय नौसेना ने किया आगाह
jantaserishta.com
3 July 2021 4:30 PM GMT
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कोलंबो के नजदीक का समुद्र खतरनाक!
कोलंबो: भारतीय नौसेना ने श्रीलंका सरकार को बताया है कि कोलंबो बंदरगाह के आसपास के समुद्र में 54 स्थानों पर खतरनाक चट्टानें और मलबा जमा है। ये वहां जाने-आने वाले जहाजों के लिए खतरनाक हैं। उनसे टकराकर जहाज दुर्घटनाग्रस्त हो सकते हैं। श्रीलंका सरकार के अनुरोध पर भारतीय नौसेना ने यह सर्वे दो जून को सिंगापुर के मालवाही जहाज एमवी एक्सप्रेस पर्ल के दुर्घटनाग्रस्त होकर डूबने के बाद किया। इस दुर्घटना से समुद्री परिस्थितिकी तंत्र को भारी नुकसान हुआ था।
भारतीय नौसेना ने श्रीलंका सरकार का अनुरोध पत्र मिलने के बाद 23 जून को कोलंबो के नजदीक हिंद महासागर में आइएनएस सर्वेक्षक तैनात किया। इस जहाज ने कोलंबो बंदरगाह के नजदीक 54 खतरनाक चट्टानें और मलबा पाया। यह सब पानी के नीचे मौजूद है जो आवागमन के दौरान दिखाई नहीं देता लेकिन जहाजों के लिए बहुत खतरनाक है।
माना जा रहा है कि एमवी एक्सप्रेस में इन्हीं में से किसी चट्टान से टकराकर आग लगी। इस जहाज पर कुल 1,486 कंटेनर लदे थे। जहाज पर रखे टैंकरों में 25 टन नाइट्रिक एसिड, अन्य कैमिकल और कॉस्मेटिक थे। यह सब जलकर समुद्र के पानी में मिल गया और जहाज भी समुद्र में डूब गया। इस दुर्घटना में समुद्री जीवन को भारी नुकसान हुआ। आशंका है कि दुर्घटना में सैकड़ों जलीय जीव मारे गए। श्रीलंका के अटॉर्नी जनरल ने बुधवार को सुप्रीम कोर्ट को बताया कि दुर्घटना में 176 कछुए, 20 डॉल्फिन मछलियां और चार व्हेल मछलियां मारी गईं।
पर्यावरण विदों ने श्रीलंका के सुप्रीम कोर्ट से शिकायत की कि मामले में श्रीलंका के अधिकारों का हनन किया गया। जहाज पर 20 मई को कोलंबो तट के नजदीक आग लगी और वह काबू नहीं की जा सकी, नतीजतन दो जून को जहाज डूब गया। इस दुर्घटना के कारण फैले रसायनों के दुष्प्रभाव से बचाव के लिए हफ्तों समुद्र में आवाजाही पर रोक लगी रही। समुद्री जीवन को हुए नुकसान के लिए श्रीलंका सरकार ने जहाज की स्वामी कंपनी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
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