रिहायशी इलाका कराया गया खाली, केमिकल फैक्ट्री में लगी आग से दहशत में लोग
गुजरात। गुजरात के वड़ोदरा शहर के बाहर स्थित नंदेसरी औद्योगिक क्षेत्र में एक कैमिकल फैक्टरी (Vadodara chemical factory blast) में गुरुवार शाम भीषण आग लग गयी. अधिकारियों ने जानकारी दी कि आग दीपक नाइट्राइट रसायन उत्पादन संयंत्र के एक हिस्से में लगी (Fire at Dipak Nitrite). उन्होंने कहा कि सात कर्मियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है और कारखाने के आसपास रहने वाले करीब 700 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है. बताया गया कि आग बुझाने के लिए मौके पर 10 दमकल वाहन पहुंचे. वड़ोदरा के जिलाधिकारी ने कहा कि फिलहाल आग लगने का कारण अभी तक पता नहीं चला है. वड़ोदरा के जिलाधिकारी आर बी बराड़ ने कहा, भयावह आग को बुझाने के प्रयास जारी हैं जिसमें किसी के हताहत होने की खबर नहीं है. आग से निकले धुएं की चपेट में आ गये सात लोगों को उपचार के लिए पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया है. एहतियातन कारखाने के पास के ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले करीब 700 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है. वड़ोदरा दमकल विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि शाम को जब कारखाने में आग फैलनी शुरू हुई तो शक्तिशाली विस्फोट भी हुआ. उन्होंने बताया कि आग बुझाने के लिए 10 दमकल वाहन मौके पर पहुंच गये हैं.
जिलाधिकारी ने कहा कि आग लगने का कारण अभी तक पता नहीं चला है. वहीं वडोदरा शहर के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, "हमें अभी यह पता नहीं चल पाया है कि विस्फोट के समय कितने लोग परिसर के अंदर थे. आग पर पूरी तरह से काबू पाने के बाद ही फायर एंड रेस्क्यू टीम परिसर को सेनेटाइज करने के बाद ही हताहत होने वालों का पता लगा पाएगा.
हाल ही में भरूच जिले के दहेज स्थित भारत रसायन कंपनी की फैक्ट्री में भीषण आग लग गई थी. आग लगने से 25 श्रमिक घायल हो गए थे, जिसमें 10 की हालत गंभीर थी. अधिकारियों ने बताया था कि आग लगने और उसके कारण हुए विस्फोट में श्रमिक घायल हुए. आग लगने के समय परिसर में मौजूद अन्य 50 श्रमिकों को बाहर निकाल लिया गया. अधिकारी ने बताया था कि रसायनों के कारण आग बुझाने के अभियान में अधिक समय लगा. आग प्लांट में लगे बॉयलर में विस्फोट के बाद लगी और तेजी से फैल गई. भारत रसायन कंपनी में केमिकल और कीटनाशक तैयार होता है. बॉयलर के पास ही काफी मात्र में केमिकल रखा था. इसके चलते आग बढ़ गई और कर्मचारियों को बचाव तक का मौका नहीं मिला. आग बुझाने में फायर ब्रिगेड की 10 गाड़ियां लगीं और करीब 3 घंटों की मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया.