फाइल फोटो
यूपी। उतरांव थाने में तैनात एक सिपाही ने मदद के नाम पर एक रेप पीड़िता की मां को परेशान कर दिया है। उसको अश्लील मैसेज व वीडियो भेजता है। धमकाता है। पीड़िता ने मुख्यमंत्री से सिपाही की शिकायत की है। उतरांव पुलिस मामले की जांच कर रही है। शुक्रवार शाम तक पीड़िता की शिकायत पर मुकदमा दर्ज नहीं हुआ था।
पीड़ित महिला के अनुसार कुछ साल पहले उसकी नाबालिग बेटी से रेप हुआ था, जिसका न्यायालय में मुकदमा चल रहा था। मुकदमे की पैरवी के लिए वह अक्सर न्यायालय जाती थी। इसी दौरान उसकी मुलाकात उतरांव थाने के सिपाही (पैरोकार) से हुई। जब कभी वह न्यायालय नहीं पहुंच पाती तो फोन पर उससे मुकदमे के बारे में जानकारी ले लेती थी। धीरे-धीरे पैरोकार उस महिला का हमदर्द बन गया। वह अक्सर उस मुकदमे से संबंधित पूरी जानकारी न्यायालय से लेकर महिला को देता। इस बीच उसने महिला के व्हाट्सएप पर कुछ अश्लील तस्वीरें भेजीं। महिला ने अनदेखी की तो अश्लील वीडियो भेजने लगा। सिपाही की इस हरकत से परेशान महिला ने फोन करके उसे ऐसा करने से मना किया। लेकिन छह व आठ जून की रात फिर एक साथ कई अश्लील वीडियो सिपाही ने भेजे। महिला की दो नाबालिग बेटियां उसी मोबाइल से ऑनलाइन क्लास करती हैं। जब उनकी नजर वीडियो पर पड़ी तो घबरा गईं। उन्होंने इस बारे में मां से पूछा।
महिला परेशान हो गई। उसने मनचले सिपाही को सबक सिखाने की ठान ली। महिला ने 10 जून को लिखित शिकायत उतरांव थाने में दी लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। इस पर मुख्यमंत्री, डीजीपी, महिला आयोग, जनशिकायत प्रकोष्ठ, डीएम व एसएसपी को शिकायती पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई। आरोप है कि शिकायत के बाद समझौते के लिए पीड़िता को प्रलोभन और धमकी दी जा रही है। एसपी गंगापार धवल जायसवाल ने कहा कि पीड़िता ने आईजीआरएस पर शिकायत की है। यह प्रकरण आज ही संज्ञान में आया है। इसकी जांच कराकर विधिक कार्रवाई की जाएगी।