मानसिक रोगी को कचरा वाहन में लादकर ले गए पुलिसवाले, प्रशासन के लिए बन गया था मुसीबत
यूपी। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) के आगमन से पहले मुख्य चौराहे पर कूड़े के ढेर में बैठा मानसिक रोगी प्रशासन के लिए मुसीबत बन गया. पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी सब परेशान थे. फैसला हुआ कि मानसिक रोगी किसी भी प्रकार यहां से हटाया जाए. इसके बाद नगर पंचायत के लिफ्टर वाहन में लादकर उसको कर्मचारी जबरन ले गए. जिला मुख्यालय मंझनपुर के मुख्य चौराहे पर एक मानसिक रोगी करीब एक साल से रह रहा है. वह गोल चौराहे पर रहता है और कूड़ा इकट्ठा करता है. सुबह कर्मचारी यदि कूड़ा हटाने का प्रयास करते हैं तो वह उनसे भिड़ जाता है. उसके कूड़ा प्रेम से स्थानीय लोग और कर्मचारी सब परेशान थे. कूड़ा हटाने का प्रयास करने पर कई बार वह कर्मचारियों से भिड़ चुका है. कूड़ा छूने पर वह ईंट-पत्थर से हमला तक कर देता था.
रविवार को यहां मुख्यमंत्री का आगमन था. करीब 11 बजे चौराहे पर पुलिस की ड्यूटी लगाई गई थी. चौराहे को सजाया गया था, लेकिन मानसिक रोगी से सब परेशान थे. उसने गोल चौराहे पर कूड़ा इकट्ठा किया था. अफसरों ने तय किया कि मानसिक रोगी को हटाया जाए. नगर पालिका के लिपिक कर्मचारी व मंझनपुर थाना इंस्पेक्टर विनोद सिंह पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे. नगर पालिका से मवेशी ढोने वाला लिफ्टर वाहन मंगाया गया. इसके बाद पुलिसकर्मी जबर्दस्ती मानसिक रोगी को वाहन में लादकर ले गए.