रांची: पलामू के नावानगर के निलंबित थानेदार लालजी यादव की मौत मामला में एक सनसनीखेज खुलासा हुआ है. लालजी यादव दो साल से अधिक समय बीत जाने के बाद भी बिना वेतन के ही नौकरी करने पर मजबूर थे. मिली जानकारी के अनुसार रांची के बुढमू थाने में अक्तूबर 2019 तक लालजी यादव थानेदार के पद पर थे. नियम के अनुसार थाना प्रभारी ही माल खाना के चार्ज में होता है. इसी बीच लालजी यादव का तबादला पलामू कर दिया गया. मालखाना का चार्ज लालजी यादव के पास ही रह जाने की वजह से उनका रांची जिला से एलपीसी यानि लास्ट पे सर्टिफिकेट जारी नहीं हो पाया था. मैनुअल के मुताबिक, जिला से तबादले के बाद नन गजटेड रैंक के अधिकारियों को एलपीसी सर्टिफिकेट जमा करना होता है. एलपीसी जमा नहीं होने के कारण दो साल से लालजी यादव पलामू जिला बल में काम तो कर रहे थे, लेकिन उनके वेतन की निकासी नहीं हो रही थी. गौरतलब है कि लालजी यादव के परिजनों ने पूरे मामले में पहले ही पलामू एसपी, एसडीपीओ और डीटीओ पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है.ये भी पढ़ें- दारोगा लालजी के भाई का DIG को पत्र, SP, SDPO और डीटीओ ने की हत्या, अवैध वसूली नहीं करने पर किया था निलंबित