बीजेपी कार्यकर्ता की बिल्डिंग तोड़ने बुलडोजर लेकर पहुंची थी पुलिस, जानें फिर क्या हुआ?
यूपी। लखनऊ के जानकीपुरम क्षेत्र में अवैध रूप से एक कम्पाउंड बन रहा था. इस इमारत तोड़ने के लिए एलडीए की टीम शनिवार को बुलडोजर लेकर पहुंची. यह बिल्डिंग बीजेपी कार्यकर्ता संदीप गुप्ता की थी, इसलिए टीम के मौके पर पहुंचते ही BJP विधायक नीरज बोरा भी मौके पर पहुंच गए. विधायक ने एलडीए अधिकारियों से नियम के अनुसार ही बुलडोजर चलाने की बात कही. जिसके बाद एलडीए की टीम ने बिल्डिंग का थोड़ा हिस्सा तोड़ा और वापस लौट गई. साफ देखा जा सकता है कि टीम इमारत के कांच और कुछ दीवारों का थोड़ा सा हिस्सा ही गिराकर लौट गई है. जानकारी के मुताबिक संदीप गुप्ता के अवैध निर्माण को तोड़ने का आदेश 2015 में हो चुका था. शनिवार को एलडीए के अधिकारी भारी पुलिस बल के साथ वहां कार्रवाई करने पहुंचे थे.
बीजेपी विधायक नीरज बोरा के मुताबिक उनके कार्यकर्ता की बिल्डिंग थी, जिसको एलडीए गिराने आई थी. हमने सिर्फ फोन करके यह जानने की कोशिश कि यह कार्रवाई नियमों के तहत हो रही है या नहीं. अधिकारियों से बातचीत में पता चला कि कम्पाउंड फीस नहीं जमा की गई थी, जिसे अब जमा कर दिया गया है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि गरीब की दुकान, मकान या झोपड़ी पर बुलडोजर नहीं चलेगा, बल्कि यह सख्त कार्रवाई सिर्फ पेशेवर माफिया या अपराधियों की अवैध संपत्ति पर की जाए. किसी गरीब की झोपड़ी पर बुलडोजर नहीं चलेगा. उन्होंने यह भी कहा है कि गरीबों की संपत्ति पर कब्जा करने वालों पर त्वरित ऐक्शन लिया जाए.
यूपी में दुष्कर्म जैसे अपराध के फरार आरोपियों की कमर तोड़ने के लिए भी पुलिस बुलडोजर का इस्तेमाल कर रही है. ऐसा ही एक मामला प्रतापगढ़ के उदयपुर कोतवाली में सामने आया. यहां के अठेहा गांव में दुष्कर्म के आरोपी रियाज के घर 24 मार्च को पुलिस ने नोटिस चस्पा कर समर्पण करने को कहा था, लेकिन उसने आत्मसमर्पण नहीं किया तो 7 अप्रैल को पुलिस बुलडोजर लेकर आरोपी के घर पहुंच गई. पुलिस ने एक बार फिर माइक से एनाउंसमेंट कर चेतावनी दी कि अगर 24 घंटे में आरोपी ने सरेंडर नहीं किया तो उसकी संपत्ति कुर्क की जाएगी और ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की जाएगी।