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गुप्त रोग के मरीज़ ने किया ब्लड डोनेट, फिर हुआ बड़ा खुलासा

Shantanu Roy
20 Jan 2023 1:00 PM GMT
गुप्त रोग के मरीज़ ने किया ब्लड डोनेट, फिर हुआ बड़ा खुलासा
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न्यूज़ क्रेडिट: आज तक

बड़ी खबर
अयोध्या। उत्तर प्रदेश के अयोध्या में जिला अस्पताल के ब्लड बैंक में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है. यहां दलालों ने गुप्त रोग से पीड़ित मरीज से दो महीने में छह बार ब्लड डोनेट करवा दिया. दलालों ने ब्लड डोनेट कराने के लिए मरीज को पैसों का लालच दिया था. जब ब्लड की जांच हुई तो इस मामले का खुलासा हुआ. मामला सामने आने के बाद एक जांच कमेटी गठित की गई है, जो इस फर्जीवाड़े को लेकर अपनी रिपोर्ट देगी. एक्सपर्ट का कहना है कि एक स्वस्थ व्यक्ति 1 वर्ष में अधिकतम चार बार अपना ब्लड डोनेट कर सकता है, लेकिन अयोध्या में 2 महीने में ही 6 बार ब्लड डोनेट करने का मामला सामने आया है. ब्लड बैंक के अनुसार, अस्पताल में घूमने वाले कुछ दलाल यह पूरा रैकेट चला रहे हैं. ये दलाल लोगों को पैसों का लालच देकर लाते हैं और ब्लड डोनेट कराते हैं. दरअसल, जब किसी को आपात स्थिति में ब्लड की जरूरत पड़ती है तो सगे संबंधी या परिचित ब्लड बैंक में जाकर अपना ब्लड देते हैं और बदले में जिस ग्रुप का ब्लड चाहिए होता है, वह ब्लड बैंक से ले लिया जाता है.
अस्पताल में घूम रहे दलाल ब्लड के जरूरतमंदों से मिलते है और ब्लड दिलाने की बात करते हैं. सौदा तय हो जाने पर लोगों को पैसों का लालच देकर ब्लड डोनेट करने के लिए बुलाते हैं. कुछ पैसा उनको दे देते हैं और बाकी खुद रख लेते हैं. ब्लड बैंक के इंचार्ज डॉ. फुजेल अहमद अंसारी ने बताया कि एक ब्लड डोनर सिफलिस पॉजिटिव (जननांग से संबंधित बीमारी) था. उसने 2 हफ्ते बाद फिर से ब्लड डोनेट किया तो हमने रिकॉर्ड चेक किया. इसमें पता चला कि 2 महीने में वह 6 बार ब्लड डोनेट कर चुका है. इसके बाद उसे काउंसलिंग के लिए बुलाया और पूछताछ की. मरीज ने बताया कि कुछ लोग उसे पैसों के बदले ब्लड डोनेट करने के लिए बुलाते थे. इससे कुछ पैसा मिल जाता था. इस मामले को लेकर जांच कमेटी बनाई गई है. डॉ. अंसारी ने बताया कि मरीज वीडीआरएल पॉजिटिव था, इसलिए उसके द्वारा डोनेट किया ब्लड नष्ट कर दिया जाएगा. हमने अपने रिकॉर्ड से उसे ट्रैक किया.
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