भारत

तीसरी क्लास से ही था कलेक्टर बनने का जुनून, अब UPSC एग्जाम में हासिल किया चौथा रैंक

Nilmani Pal
1 Jun 2022 1:47 AM GMT
तीसरी क्लास से ही था कलेक्टर बनने का जुनून, अब UPSC एग्जाम में हासिल किया चौथा रैंक
x

संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की परीक्षा में बरेली के रहने वाले ऐश्वर्या ने यूपीएससी में चौथा रैंक हासिल किया है. जिसका श्रेय उन्होंने अपने माता-पिता और टीचरों को दिया. ऐश्वर्या की सफलता से परिवार में खुशी का मौहाल है. ऐश्वर्या के पिता विवेक वर्मा बरेली (Bareilly) जनपद में बैंक ऑफ बड़ौदा के मुख्य शाखा में हेड एंड चीफ मैनेजर के पद पर कार्यरत हैं. उनके पिता का कहना है कि बेटे को किसी विशेष क्षेत्र में पढ़ाई करने के लिए किसी प्रकार का कोई दबाव नहीं बनाया था. बरेली जनपद के रहने वाले ऐश्वर्य ने यूपीएससी सिविल सर्विस में चौथा रैंक हासिल करके अपना ही नहीं पूरे जिले का नाम रोशन किया है. ऐश्वर्या ने अपनी 10वीं और 12वीं की परीक्षा पढ़ाई उधम सिंह नगर जनपद के रुद्रपुर होली चाइल्ड स्कूल से की है. इसके बाद उन्होंने पंतनगर से बीटेक किया है. ऐश्वर्या दो भाई बहन हैं.

उनकी बहन बरेली के रोहिलखंड मेडिकल कॉलेज से बीडीएस कर रही है. पिताजी बैंक ऑफ बड़ौदा में नेटवर्क चीफ मैनेजर के पद पर कार्यरत हैं. उन्होंने बताया ऐश्वर्या को बचपन से ही पढ़ाई करने के काफी इच्छुक थे. और उन्होंने काफी मेहनत की है. उनकी माताजी ने बताया ऐश्वर्या को हम लोगों से कोई शिकायत नहीं थी. बस एक शिकायत हमेशा रही कि मेरा नाम आपने ऐश्वर्या क्यों रखा. कई बार इस नाम की वजह से उन्हें काफी दिक्कतें आ रही थी. आज भी रिजल्ट आउट होने के बाद कई पत्रकार और लोग यही समझ रहे थे किसी लड़की ने पास किया है मगर आज ऐश्वर्या ने अपने नाम का मान बढ़ाया. परीक्षा पास करने के बाद घर में खुशियों का माहौल हो गया और एक दूसरे को मिठाई बांटी गई.

ऐश्वर्या की मां विनीता वर्मा अपने बेटे की सफलता और उपलब्धियां देखकर बेहद खुशी हुई. उन्होंने अपने होनहार बेटे के बारे में बताया कि जब उनका बेटा तीसरी कक्षा में पढ़ाई कर रहा था तब उसे उज्जैन के डीएम की कोठी दिखाई थी. बेटा तभी से डीएम की कोठी देखकर खुद भी डीएम बनने के सपने देखने लगा और पढ़ाई में जुट गया. बेटे ने लगातार मेहनत कर अपने चौथे प्रयास में सफलता को हासिल किया है.

ऐश्वर्या ने उत्तराखंड के जीबी पंत यूनिवर्सिटी सन 2017 में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है और उत्तराखंड से ही उन्होंने 10वीं और 12वीं की पढ़ाई कर सर्वाधिक अंकों के साथ उत्तीर्ण किया है. इसके अलावा प्राथमिक शिक्षा मध्य प्रदेश में हुई थी. ऐश्वर्या का कहना है कि उनके माता-पिता के दूसरे राज्य में ट्रांसफर होने के कारण, उनकी शिक्षा पर कभी कोई किसी प्रकार का विपरित असर नहीं पड़ा था और वह मूल रूप से उज्जैन के महानंदानगर के निवासी हैं. शुरू से ही परिवार और शिक्षक, दोस्तों ने बहुत अच्छा माहौल बनाए रखा. इसी कारण वे सफल हो पाए.

दिल्ली रहकर की तैयारी कोविड़ आने के बाद घर पर की तैयारी

ऐश्वर्या स्नातक की पूरा करने के बाद पढ़ाई की बारीकी समझने के लिए दिल्ली चले गए और वहां रहकर उन्होंने तैयारी कि जब कोविड-19 आया तो उन्हें घर लौटना पड़ा. उन्होंने घर पर ही रहकर तैयारी की और सफलता के लिए वे अपने माता-पिता बहन तथा दोस्त और शिक्षकों को ही श्रेय देते हैं.

Next Story