ग्रेटर नोएडा: उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा शहर में बाबा बागेश्वर धाम के वाले धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की श्रीमदभागवत कथा ‘फ्लॉप शो’ बनकर रह गई है। बुधवार को उनके ‘दिव्य दरबार’ में फैली अराजकता के बाद कथा के चौथे दिन बृहस्पतिवार को कथा पंडाल खाली-खाली नजर आया। इस बीच कथा के मंच से धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री माफी मांगते हुए भी नजर आए।
खाली – खाली तंबू: बुधवार को ‘बाबा’ के दिव्य दरबार में मची भगदड़, महिलाओं के साथ हुए दुर्व्यवहार व अफरा तफरी की पूरी रिपोर्ट चेतना मंच डॉट कॉम पर प्रकाशित होने के बाद धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की कथा वाला तंब खाली खाली नजर आया। (देखें फोटो)। लगभग दो लाख लोगों के बैठने की व्यवस्था वाला पंडाल आधे से अधिक खाली पड़ा था। ऊपर से मुख्य मंच के पास बृहस्पतिवार को भी भारी अफरा तफरी मची थी। इस अफरा तफरी के कारण कथा सुनने के लिए दूर दराज से एकत्र किए गए साधु संत नाराज होकर वापस जाते हुए नजर आए। कुछ साधु संतों से माफी मांगकर रोका गया।
बाबा मांगी माफी: बृहस्पतिवार को कथा सुनाने के दौरान बाबा बागेश्वर धाम वाले धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कथा के मंच से ही माफी भी मांगी। दिव्य दरबार के दौरान एक महिला भक्त को उठाकर कूड़ा करकट की तरह फैंकने की घटना पर धीरेंद्र शास्त्री ने सार्वजनिक रुप से खेद व्यक्त किया। आपको बता दें कि महिला के साथ बदसलुकी का वडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। सोशल मीडिया के बल पर एक आम पुजारी से रातोरात प्रसिद्ध ‘बाबा’ बने धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री सोशल मीडिया की ताकत को भलिभांति जानते हैं। शायद इसी कारण उन्होंने उस घटना के लिए सार्वजनिक रुप से माफी मांगी। धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहाकि सेवादार ने जो गलती की है उसके लिए मैं खेद व्यक्त करता हूं। इस बहन के साथ ऐसा नहीं होना चाहिए था।
बाबा के मंच पर आते ही लगे जय श्रीराम के नारें: ग्रेटर नोएडा शहर के जैतपुर में मेट्रो डिपो के पास चल रही श्रीमदभागवत कथा के चौथे दिन बाबा बागेश्वर धाम वाले धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जैसे ही कथा के मंच पर पहुंचे वैसे ही जय श्रीराम के जोरदार नारों से पंडाल गूंज उठा। चौथे दिन भी ‘बाबा’ अपने निर्धारित समय से ढाई घंटा विलंब से कथा के मंच पर पहुंचे। इस दौरान कथा सुनने पहुंचे भक्त उनकी प्रतीक्षा करते नजर आए।
क्रोध त्यागो तभी मिलेंगे प्रभु राम: चौथे दिन की कथा कहते हुए बाबा बागेश्वर धाम ने प्रभु राम के मिलने का मार्ग बताया। उन्होंने कहा कि भगवान राम को पाना है तो पहले क्रोध का त्याग करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि राम को पाना आसान नहीं है। यदि उनको पाना है तो इंसान को सबसे पहले उनका होना पड़ेगा, यानि श्रीराम की शरण में जाना होगा। अंकहार, मोह और क्रोध त्यागना पड़ेगा तभी प्रभु राम को पाया जा सकता है।