मायावती ने कहा, ''जो हमारा हाथी है वह योगी जी की नींद उड़ाए हुए है, उनको हर अपनी चुनावी जनसभा में कहीं न कहीं किसी न किसी रूप में हाथी का जिक्र करना पड़ता है.'' योगी आदित्यनाथ पर प्रहार करते हुए मायावती ने कहा, "योगी जी को उनके 'मठ' में वापस उनके परिवार के पास भेज दो. उन्होंने बड़े-बड़े वादे किए थे, लेकिन किया कुछ नहीं.'' उन्होंने कहा, ''अपनी जातिवादी संकीर्ण सोच के कारण, उन्होंने अनुसूचित जाति, जनजाति और अत्यंत पिछड़े लोग के विकास को नजरअंदाज कर दिया. उन्होंने मुस्लिम समुदाय के विकास पर ध्यान केंद्रित नहीं किया और मुसलमानों के प्रति द्वेष की भावना के तहत उन्हें फर्जी मामलों में फंसाया और उजाड़ने और तबाह करने का पूरा पूरा प्रयास किया है.''
गैर-मुस्लिम माफिया भरे पड़े हैं- मायावती
बीएसपी सुप्रीमो ने कहा, ''उनके पास कुछ कहने और बोलने के लिए कुछ नहीं होता है, तो वह बोलते हैं कि हमने कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए इतने मुसलमानों के खिलाफ कार्रवाई की है. लेकिन जो गैर मुस्लिम माफिया हैं वह उनको कभी नजर नहीं आते? नेपाल सीमा पर देवीपटन में गैर-मुस्लिम माफिया भरे पड़े हैं क्या वे उनको नजर नहीं आते? उनके खिलाफ वह कार्रवाई नही करते हैं, उनको केवल मुस्लिम समुदाय और कमजोर वर्ग के लोग नजर आते हैं. यही लोग उनको अपराधी नजर आते हैं. यदि अपराध किसी एक व्यक्ति ने किया हैं तो उसकी सजा पूरे समाज को नहीं देनी चाहिए. यदि एक व्यक्ति खराब है तो पूरे मुस्लिम समाज को शक की नजर से देखेंगे? यह ठीक नहीं हैं.'' उन्होंने किसी माफिया का नाम नहीं लिया.
मायावती ने कहा, "बीजेपी केवल आरएसएस (RSS) की संकीर्ण सोच वाली योजनाओं पर काम कर रही है. सरकार की गलत आर्थिक नीतियों के कारण बेरोजगारी, महंगाई और मजदूरों और कमजोर वर्ग के लोगों का पलायन बढ़ा है. अगर हम सरकार बनाते हैं, तो लोग राज्य में रोजगार मिलेगा और उन्हें दूसरे राज्यों में जाने की आवश्यकता नहीं होगी. पुरानी पेंशन योजनाओं को लागू किया जाएगा और लोगों के मुद्दों को हल करने के लिए आयोग का गठन किया जाएगा. साथ ही केंद्र के विवादित नियम और कानून और राज्य सरकार राज्य में लागू नहीं होंगे. माफिया और अपराधी सलाखों के पीछे जाएंगे और फर्जी मामलों में फंसाए गए लोगों को जांच के बाद मुक्त किया जाएगा."