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कोर्ट में अपने बयान से पलटा अधिकारी, बीजेपी विधायक आकाश विजयवर्गीय पर लगाया था ये आरोप

Nilmani Pal
20 Feb 2022 2:07 AM GMT
कोर्ट में अपने बयान से पलटा अधिकारी, बीजेपी विधायक आकाश विजयवर्गीय पर लगाया था ये आरोप
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एमपी। इन्दौर में विधायक आकाश विजयवर्गीय (Akash Vijayvargiya) द्वारा निगम अधिकारी को बैट से मारा गया था जिससे वह पूरे देश मे चर्चा का विषय बने थे. अब फिर एक बार विधायक बैटमार विधायक आकाश चर्चा में आए हैं, क्योंकि जिस निगम अधिकारी को उन्होंने बैट मारा था, वह अधिकारी द्वारा कोर्ट में अपने बयान से पलट गए और कहा कि उन्हें नहीं पता कि बैट किसने मारा था, क्योंकि वो फोन पर बात कर रहे थे.

गौरतलब है कि इंदौर के गंजीकंपाउंड क्षेत्र में एक जर्जर मकान ढहाने की मुहिम के दौरान हुए विवाद में इन्दौर के क्षेत्र क्रमांक 3 के भाजपा विधायक आकाश विजयवर्गीय का निगम के अधिकारियों से विवाद हुआ और विधायक पर आरोप लगा कि उनके द्वारा नगर निगम के तत्कालीन भवन निरीक्षक धीरेंद्र बायस को क्रिकेट बैट से पीटा गया. घटना 26 जून 2019 को हुई थी, जिसके बाद निगम अधिकारी की शिकायत के बाद इस घटना में विजयवर्गीय गिरफ्तार भी हुए थे. वहीं अब तक इस मामले की सुनवाई भोपाल के विशेष न्यायालय में चल रही थी.

इंदौर में इस संबंध में विशेष न्यायालय गठित होने के बाद शुक्रवार को विजयवर्गीय के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने वाले निगम अधिकारी बायस का प्रतिपरीक्षण हुआ. विजयवर्गीय की तरफ से पैरवी कर रहे वरिष्ठ अधिवक्ता अविनाश सिरपुरकर के अनुसार इस मामले में फरियादी बायस ने कोर्ट को बताया है कि जिस वक्त वे रिमूवल कार्रवाई के लिए पहुंचे थे उस वक्त वहां सौ से ज्यादा लोग जमा थे. विजयवर्गीय करीब 15 मिनट बाद वहां पहुंचे थे. निगम अधिकारी बायस मोबाइल पर किसी से बात कर रहे थे कि किसी ने पीछे से उनके पैर पर बैट मार दिया था. उन्होंने बैट मारने वाले का चेहरा नहीं तो देखा था, जब वे पीछे मुड़े तो उन्होंने देखा कि तीन-चार लोगों के हाथ में बल्ला हैं. विजयवर्गीय के हाथ में भी बैट था, इसी आधार पर उन्होंने उनका नाम लिखवा दिया था. एडवोकेट सिरपुरकर ने बताया कि मामले में अब 25 फरवरी को अन्य गवाहों के बयान होने हैं.

बताते चलें कि विधायक आकाश विजयवर्गीय बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के पुत्र हैं. वह इस घटना के बाद चर्चा में आए थे और सोशल मीडिया पर भी बैट मारते हुए वीडियो जमकर वाइरल हुआ था, इसके विरोध में इंदौर नगर निगम द्वारा काम बंद कर विधायक आकाश विजयवर्गीय पर कार्रवाई करवाई थी, लेकिन अब अधिकारी ही अपने बयान से पलटते हुए दिखाई दे रहे हैं.


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