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शरीफ दूल्हा, सातफेरे की रात से 7 दिनों तक रहा ससुराल में, जानिए क्यों?

Nilmani Pal
24 Feb 2024 9:45 AM GMT
शरीफ दूल्हा, सातफेरे की रात से 7 दिनों तक रहा ससुराल में, जानिए क्यों?
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यूपी। सेना में भर्ती या फिर सरकारी नौकरी के लिए परीक्षा देते लोगों को तो बहुत बार देखा होगा, लेकिन दुल्हन के लिए दूल्हे को अग्नि परीक्षा देते पहली बार सुनेंगे। ऐसा ही मामला यूपी के बुलंदशहर से सामने आया है। यहां एक दूल्हा दुल्हन की खातिर सात दिन तक ससुराल में रहकर परीक्षा दी। सात दिन बाद दूल्हा जब ससुराल वालों की इस परीक्षा में पास हुआ तो वह अपनी दुल्हन को विदा कराकर अपने घर ले गया। दरअसल सात दिन पहले दूल्हा बारात लेकर आया था।

बारात का जोरदार स्वागत भी हुआ। इसके बाद शादी की रस्में शुरू हो गईं। सात फेरों के बाद अचानक से दूल्हा जमीन पर लोटने लगा। ससुराल वालों ने दूल्हे को जमीन पर अजीब हरकतें करते देखा तो उसे मिर्गी आने की बात कहर दुल्हन को भेजने से इनकार कर दिया। मामला बढ़ने पर दूल्हे को मेडिकल चेकअप कराना पड़ा, लेकिन इसके बाद भी दुल्हन ससुराल जाने को राजी नहीं हुई थी। दोनों पक्षों में बैठकर पंचायत हुई नतीजा यह निकला कि दूल्हा एक सप्ताह दुल्हन के घर रहेगा यदि इस दौरान उसे दौरा नहीं आता है तो दुल्हन उसके साथ भेज दी जाएगी। उसे दौरा नहीं पड़ने पर गुरुवार को दुल्हन उसके साथ हंसी खुशी विदा हो गई।

दरअसल थाना क्षेत्र में करीब दस दिन पूर्व युवती की बारात दिल्ली से आई थी। शादी संपन्न होने के बाद सुबह दूल्हे के टीका करने की रस्म अदा की जा रही थी। उसी दौरान दूल्हा अजीब हरकतें करने लगा था बताया गया कि उसे मिर्गी का दौरा पड़ गया। इसको देखकर दुल्हन भी सदमे में पहुंच गई और ससुराल जाने से साफ इनकार कर दिया था। इसी बीच दूल्हे का मेडिकल चेकअप भी कराया गया, जिसमें सब नॉर्मल आया लेकिन इसके बाद भी दुल्हन ससुराल नहीं गई।

गांव में दोनों पक्षों की पंचायत बैठी तो दूल्हे को एक सप्ताह तक ससुराल में रहने का फरमान सुनाया गया। दूल्हा एक सप्ताह तक ससुराल में रहा। यहां दूल्हा दुल्हन के परिजनों के कड़ी निगरानी में रहा और इस दौरान उसे दौरे भी नहीं पड़े। एक सप्ताह तक ससुराल में रहकर दूल्हे ने साबित कर दिया कि उसे मिर्गी के दौरे की बीमारी नहीं है। वादे के मुताबिक दुल्हन गुरुवार को उसके साथ विदा हो गई। वहीं, बताया गया कि शादी में अचानक से दूल्हे की तबीयत खराब हो गई, जबकि उसे दौरे की बीमारी नहीं थी।


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