भारत

बर्बादी का नया हथियार, ड्रग्स का वार, छात्र हैं सबसे ज्यादा निशाने पर

jantaserishta.com
18 Dec 2022 9:42 AM GMT
बर्बादी का नया हथियार, ड्रग्स का वार, छात्र हैं सबसे ज्यादा निशाने पर
x

DEMO PIC 

सभी ड्रग्स गैंग के तार विदेशों से जुड़े हुए हैं।
नोएडा (आईएएनएस)| गौतमबुद्धनगर की स्पेशल टीम व थाना नालेज पार्क पुलिस ने अवैध रूप से विदेशी नागरिको के अवैध ड्रग्स सप्लाई करने वाले गिरोह का पदार्फाश करते हुये 3 अभियुक्त गिरफ्तार किए हैं। पुलिस ने उनके कब्जे से मेथमफेटमइ क्रिस्टल एमडीएमए श्रेणी का अमेरिकन ड्रग्स 65 ग्राम जिसकी अंतरराष्ट्रीय मार्केट में कीमत लगभग 12 लाख रुपए बरामद की है। पुलिस ने ये करवाई बीते 2 महीने पहले अक्टूबर में की थी। इसके बाद भी पुलिस कई और ड्रग सप्लायर को पकड़ चुकी है। कई ड्रग गैंग नेपाल और अन्य रास्तों से ड्रग को लेकर दिल्ली एनसीआर में आ रहे हैं और उनका आसान टारगेट नोएडा ग्रेटर नोएडा में पढ़ने वाले छात्र बन रहे हैं। पुलिस ने कई गिरोह को पकड़ा है जो यहां के लोकल बदमाशों के साथ मिलकर इस गोरखधंधे को चला रहे हैं। इन सभी ड्रग्स गैंग के तार विदेशों से जुड़े हुए हैं।
पुलिस ने जब अक्टूबर महीने में इस गैंग को पकड़ा था, तब मिली जानकारी के मुताबिक स्पेशल ऑपरेशन टीम ने 3 विदेशी नागरिकों -- ओलाडेले जिमोह, कॉलिंस तबुग्बो ओडिंबा और अजुह डेनियल न्वाचिनम को पकड़ा। ये अभियुक्त दिल्ली, एनसीआर व नोएडा में अवैध ड्रग्स की सप्लाई करते थे। जो नोएडा, दिल्ली व एनसीआर में विदशी ड्रग्स को महंगे दामों में सप्लाई करते थे। ज्यादातर विदेशी गैंग पढ़ाई का वीजा लेकर यहां पर आते हैं और इस तरीके के कामों में लिप्त हो जाते हैं।
पुलिस के आला अधिकारी जब इस तरीके का गैंग पकड़ते हैं तो उनका यही कहना है कि इन सभी के तार विदेशों से जुड़े हुए मिलते हैं। साथ ही साथ अधिकतर ड्रग्स बाहर के देशों से सप्लाई होकर यहां तक पहुंचती है और उन्हें मुंह मांगे दामों पर छात्रों और अन्य लोगों तक पहुंचाया जा रहा है। ऐसे लोगों के नेक्सेस को तोड़ने के लिए पुलिस लगातार काम कर रही है।
पुलिस का यह भी कहना है कि ज्यादातर इसमें नाइजीरियन मूल के निवासी शामिल होते हैं जो यहां स्टूडेंट या मेडिकल वीजा पर आते हैं और चोरी छुपे यहीं पर रहने लगते हैं और इस धंधे को यहां पर फैलाते हैं। इस धंधे से वह आसानी से मोटी रकम कमाने लगते हैं और यहां पर अपना एक बड़ा गैंग तैयार कर लेते हैं। फिलहाल पुलिस इनके गैंग को पकड़कर मेन सप्लाई को रोकने की कोशिश लगातार कर रही है।
नारकोटिक्स डिपार्टमेंट के एक सीनियर अधिकारी ने नाम ना छापने की शर्त पर बताया कि हमारे सिस्टम के फेलियर की वजह से ही ड्रग्स गैंग ज्यादा से ज्यादा यहां पर अपने पैर पसार रहा है। बहुत सारे ड्रग गैंग लोकल पुलिस की मदद से भी अपने पैर जमा लेते है।
उन्होंने यह भी बताया कि इस सिस्टम का यह बड़ा फेलियर है कि यहां पर विदेशी नागरिक आकर बहुत कम समय में अपना एक ड्रग्स का बड़ा कारोबार करने लग जाते हैं। उन्होंने बताया कि विदेशों से सबसे ज्यादा भारत में ड्रग्स की सप्लाई की जा रही है और दिल्ली एनसीआर में इस सबसे ज्यादा फैलाने की कोशिश हो रही है इसीलिए यहां पर हर डिपार्टमेंट अपनी पैनी नजर रखता है लेकिन बावजूद उसके कई ऐसी खामियां हैं जिनका फायदा यह ड्रग्स गैंग उठा रहा है।
Next Story