बदमाशों को समर्पण का दिया गया था मौका, लेकिन उन्होंने गोलीबारी बंद नहीं: पंजाब पुलिस
लेटेस्ट न्यूज़: पंजाब पुलिस ने बृहस्पतिवार को कहा कि वह गायक सिद्दू मूसेवाला की हत्या में कथित रूप से शामिल दो बदमाशों को जिंदा पकड़ना चाहती थी और उसने उनसे आत्मसमर्पण करने को भी कहा था लेकिन उन्होंने गोलीबारी बंद नहीं की। इसी बीच, मूसेवाला के पिता ने इस मुठभेड़ को लेकर पंजाब पुलिस की तारीफ की है। पुलिस के अनुसार बुधवार को पांच घंटे तक चली मुठभेड़ में बदमाश जगरूप सिंह रूपा और मनप्रीत सिंह उर्फ मन्नू कुसा मारे गये। दोनों अमृतसर में भारत-पाकिस्तान सीमा के समीप भकना गांव में एक मकान में छिपे थे। इस मुठभेड़ में तीन पुलिसकर्मी एवं एक पत्रकार घायल हो गये। अमृतसर के पुलिस उपायुक्त एम एस भुल्लर ने अमृतसर में पत्रकारों से कहा, '' हम उन्हें जिंदा पकड़ना चाहते थे। उन्हें हमने समर्पण करने के लिए भी कहा। लेकिन उन्होंने गोलीबारी नहीं बंद की और मुठभेड़ में मारे गये। '' उन्होंने कहा, '' फॉरेंसिक टीम द्वारा ली गयी तलाशी के दौरान ए के 47 रायफल की 31 गोलियां, 45 बोर की पिस्तौल, दो मैगजीन उस मकान से बरामद किये गये जहां बदमाश छिपे थे।''
उन्होंने कहा कि एक टूटा हुआ मोबाइल फोन भी मिला है जिसकी जांच फॉरेंसिक टीम करेगी। जब भुल्लर से पूछा गया कि क्या मुठभेड़ स्थल से कोई मादक पदार्थ भी मिला तो उन्होंने कहा, '' हमने कुछ गोलियां बरामद की हैं। हमारी फोरेंसिक टीम उनकी जांच कर रही हैं।' जब उनसे पूछा गया कि क्या मुठभेड़ स्थल से कोई फर्जी पासपोर्ट मिला है तो उन्होंने कहा कि ऐसा कोई दस्तावेज नहीं मिला है। उनके अनुसार दोनों बदमाशों के शव पोस्टमार्टम के लिए अमृतसर सिविल अस्पताल ले जाये गये। इस बीच रूपा के परिवार के सदस्य अमृतसर पहुंचे। उन्होंने कहा कि वे 2017-18 में उससे अपना नाता तोड़ चुके थे। मूसेवाला के पिता बलकौर सिंह ने अमृतसर में कहा, '' पुलिस ने अपना काम किया। मैं उसके काम की तारीफ करता हूं। यह तो बस शुरुआत है और यह एक लंबी लड़ाई है।'' उल्लेखनीय है कि पंजाब के मानसा जिले में 29 मई को मूसेवाला की गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी।