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चिकित्सा विभाग की टीम ने झोलाछाप डॉक्टर पर की कार्रवाई, जेल जाने के बाद भी नहीं सुधरा, कर रहा था गलत काम
jantaserishta.com
21 Feb 2022 2:35 PM GMT
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लूनी: राजस्थान के जोधपुर शहर को छोड़कर अब ग्रामीण क्षेत्र में भी झोलाछाप डॉक्टर की भरमार है, जो बिना किसी डिग्री और लाइसेंस के प्रैक्टिस कर रहे हैं और लोगों की जिंदगी को बचाने की वजह मुश्किल में डाल रहे हैं. सोमवार को लुणी के धवा गांव में चिकित्सा विभाग की टीम ने झोलाछाप डॉक्टर पर कार्रवाई की गई.
आपको बता दें कि झोलाछाप डॉक्टर के खिलाफ ग्रामीणों ने कई बार शिकायत भी की गई. मगर शिकायत करने पर चिकित्सा विभाग ने लगातार झोलाछाप डॉक्टर के खिलाफ पहले से भी कार्रवाई की गई थी, लेकिन क्लीनिक के बाहर नाम भी नहीं लिखा हुआ है. पहले भी इसी क्लिनिक पर झोलाछाप डॉक्टर ने ग्रामीणों से डेंगू के इलाज के नाम पर 800 से 1000 रुपए तक वसूल रहा था. ग्रामीणों की शिकायत पर बीसीएमओ डॉ मोहन दान देथा और झंवर थाना अधिकारी मनोज कुमार परिहार की टीम ने संयुक्त कार्रवाई कर अवैध क्लीनिक पर निरीक्षण किया था.
वहीं, आज बार-बार शिकायत मिलने पर जोधपुर से सीएमएचओ विभाग की टीम ने झोलाछाप डॉक्टर खिलाफ कार्रवाई की गई. वहीं, मौके पर पहुंचे ड्रग्स अधिकारियों ने दुकान में रखी दवाइयों को भी जब्त किया गया है. सूचना मिलने पर झोलाछाप डॉक्टर मिके से फरार हो गया. वहीं, डॉक्टर राजेंद्र चौधरी ने झोलाछाप के खिलाफ पुलिस थाने में मुकदमा दर्ज करवाया है.
झंवर पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार संचालनकर्ता दिलीप सोलंकी पर पहले भी गैर इरादतन हत्या के आरोप में झंवर थाना ने मामला दर्ज हैं. झोलाछाप डॉक्टर कई माह जेल में रहकर आया है. जमानत पर बाहर आते ही उसने वही काम फिर से शुरू कर दिया. दस्तावेज नहीं दिखाने और बिना डिग्री इलाज करने के जुर्म में क्लीनिक चीज कर संचालन कर्ता को हिरासत में लेकर पुलिस झंवर थाने लेकर आई थी.
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