यूपी। उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के उन्नाव पुलिस लाइन में एक साथ तीन पुलिसकर्मियों (Police) की अर्थी उठने से पूरा शहर गमगीन हो गया. शहीदों के परिवारों के साथ वहां मौजूद हर एक शख्स अपने आंसू बहने से नहीं रोक सका. साथ ड्यूटी करने वाले तीन पुलिसकर्मियों को एक साथ अंतिम विदाई दी गई, इनमें दो महिला पुलिसकर्मी भी शामिल थीं. ये महिला पुलिसकर्मी अपने पीछे छोटे-छोटे बच्चों को रोता बिलखता छोड़ गईं. शहीदों की अंतिम विदाई (Lat Rites) के समय हर तरफ उदासी और मातम छा गया.
उन्नाव जिला अधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने शहीद पुलिसकर्मियों की अर्थी को कंधा देकर उन्हें अंतिम विदाई दी. बता दें कि शुक्रवार देर रात सफीपुर में ओवरटेक के दौरान एक टैंकर आगे चल रही पुलिस की पीआरवी (PRV) गाड़ी पर पलट गया (Accident) था. इस हादसे में ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों की मौके पर ही मौत हो गई. वहीं एक अन्य सिपाही को मामूली चोट लगी है. शहीद होने वाले पुलिसकर्मियों में दो महिला सिपाही और एक पुरुष सिपाही शामिल हैं.
आज इन तीनों के पार्थिव शरीर को पोस्टमार्टम के बाद उनके परिवारों को सौंप दिया गया. इस दौरान पूरे पुलिस महकमे ने उन्हें गॉर्ड ऑफ ऑनर के साथ अंतिम विदाई दी. इस दौरान वहां मौजूद हर एक शख्स गमगीन दिखा. शहीद पुलिसकर्मियों के परिवार को रो-रोकर बुरा हाल था. शहीदों को अंतिम विदाई देने पहुंचे डीएम-एसपी ने उन्हें सांत्वना दी. बता दें कि सफीपुर कोतवाली क्षेत्र के महादीन खेड़ा के पास डायल 112 की पीआरवी कार ड्यूटी पर थी. इस कार में पुलिसकर्मी भी ड्यूटी पर मौजूद थे. किसी घटना की खबर मिलते ही सभी घटनास्थल के लिए रवाना हुए थे, इसी दौरान पीछे से आ रहा दूध का टैंकर ओवरटेक के दौरान अनियंत्रित होकर पीआरवी कार के ऊपर ही पलट गया.
इस हादसे में तीन पुलिसकर्मियों के मौके पर ही मौत हो गई. मृतकों में कानपुर देहात के रहने वाले हेड कॉन्स्टेबल कृष्णेन्द्र कुमार, कानपुर देहात की रहने वाली महिला सिपाही रीता कुशवाहा, मऊ की रहने वाली महिला सिपाही शशिकला यादव शामिल हैं. इस घटना की खबर मिलते ही पुलिसकर्मियों के परिवार में मातम छा गया. आज तीनों शहीदों के पार्थिव शरीर का पोस्टमार्टम कराया गया. पोस्टमार्टम के बाद तीनों पुलिसकर्मियों के पार्थिव शरीर को निरीक्षक कोतवाली सदर अखिलेश पांडे, चौकी इंचार्ज अबु मोहम्मद कासिम समेत अन्य पुलिसकर्मियों ने कंधा देकर पुलिस लाइन पहुंचाया. पुलिस लाइन में मौजूद डीएम रविन्द्र कुमार, पुलिस अधीक्षक दिनेश त्रिपाठी एसपी डायल 112, सीओ सदर, सीओ आशुतोष कुमार और अन्य पुलिसकर्मियों ने शहीदों के पार्थिव शरीर को कंधा दिया.
गार्ड ऑफ ऑनर के बाद तीनों शहीदों के पार्थिव शरीर को राजकीय वाहन में उनके गांव के लिए रवाना किया गया. इस दौरान पुलिस लाइन ग्राउंड में मौजूद हर एक पुलिसकर्मियों की आंखें नम दिखीं. शहीदों के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था. इस दौरान दूसरे पुलिसकर्मी पीड़ित परिवार को ढांढस बंधाते नजर आए.