पानीपत के बबेल रोड पर खुदाई के दौरान मिले तीन नरकंकाल मामले में गुरुवार को बड़ा खुलासा हुआ. पति ही पत्नी और दो बच्चों का हत्यारा निकला. पुलिस को सर्विलांस की मदद से आरोपी अहसान सेफी की लोकेशन भदोही शहर के मर्यादपट्टी स्थित कांशीराम आवास कालोनी में मिली थी. वह पहले से शादीशुदा था. उसकी पहली कैराना के तितावी थाना के अंतर्गत हुई थी. तीन साल पहले उसने दूसरी शादी की थी और पानीपत में रहने लगा. पहली पत्नी ने जब विवाद किया तो आरोपी ने दूसरी पत्नी और बच्चों से छुटकारा पाने का मन बनाया. उसने पहले दूध में नींद की गोलियां मिलाकर पिलाईं, उसके बाद कमरे में अंगीठी जलाई. मौत के बाद घर के अंदर जमीन में उन्हें दफना दिया. कुछ समय बाद मकान बेचकर फरार हुआ. अब तीसरी शादी करके भदोही में रह रहा था. सीआईए की टीम ने उसे पकड़ा लिया. दस दिन की रिमांड पर लिया है. आगामी जांच जारी है.
पानीपत में घर की मरम्मत के दौरान तीन कंकाल मिलने के राज से 24 घंटे के भीतर ही पर्दा उठ गया है. ये कंकाल ढाई साल पहले मकान बेचने वाले शख्स की पत्नी और बच्चों थे. उसने तीनों को मारकर यहां दफन कर दिया था. आरोपी को उत्तर प्रदेश के भदोही से गिरफ्तार किया गया. पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि आरोपी शादीशुदा अहसान सेफी ने 3 साल पहले 32 वर्षीय नाजनीन से शादी की थी. शादी के बाद मुंबई से रहने के लिए पानीपत पहुंचा. आरोपी यंहा कारपेंटर का काम करने लगा, लेकिन पहली पत्नी के साथ कई बार इसको लेकर विवाद हुआ तो आरोपी ने दूसरी पत्नी को रास्ते से हटाने के लिए उन्हें मारकर जमीन में दफना दिया और फिर मकान को बेचकर भदोही फरार हो गया. पुलिस जांच में शवों की शिनाख्त आरोपी की पत्नी नाजनीन, बेटे साहिल, साबिर के रूप में हुई है.
पानीपत के सनौली रोड इलाके में स्थित शिव नगर में मंगलवार को एक मकान की मरम्मत के दौरान तीन कंकाल मिल थे. मकान मालकिन सरोज ने बताया था कि उसने करीब दो साल पहले यह मकान शुगर मिल में कार्यरत पवन नामक व्यक्ति से खरीदा था. जब पवन से पूछताछ की गई तो उसने बताया था कि उसने यह मकान फुल पेंमेंट एग्रीमेंट पर अगस्त 2018 में खरीदा था. सौदे के दौरान जब उसने मकान बेचने वाले अहसान से उसके पत्नी और बच्चों के बारे में पूछा तो उसने उनके जगदीश नगर में रहने की बात कही थी. अगले ही दिन उसने एग्रीमेंट करा दिया. इसके कुछ दिन बाद पवन ने यह मकान 2017 में पति आदेश से तलाक ले चुकी सरोज को बेच दिया. उससे पहले आरोपी अहसान सेफी इसका मालिक था. पुलिस ने जांच की तो पता चला कि इस मकान को बेचने वाला अहसान और उसका परिवार पड़ोस में किसी से वास्ता भी नहीं रखता था. शक यकीन में तब्दील होने के बाद पुलिस शाम को ही भदोही रवाना हो गई, वहां पूछताछ में अहसान ने जुर्म कबूल कर लिया है. पानीपत पुलिस उसे गिरफ्तार करके लाई. पानीपत न्यायालय में पेशकर पुलिस ने उसे दस दिन के रिमांड पर लिया है ताकि हत्या के असली कारणों ,हत्या में और कोण शामिल सहित अन्य जानकारी जुटाई जा सके. आरोपी अब भी भदोही में तीसरी शादी करके रह रहा था.