बैतूल। मन की बात कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बैतूल जिले में भीमपुर ब्लॉक के छोटे से गांव डुलारिया के दो युवकों से बात की. उनके गांव में वैक्सीनेशन की जानकारी भी ली. पीएम मोदी ने ग्रामीणों को ना केवल भ्रांतियों से दूर होकर टीकाकरण करवाने की समझाइश दी, बल्कि ये भी कहा कि गांव में 100 फीसदी टीकाकरण हो जाए तो उन्हें चिट्ठी लिखकर जरूर बताएं, वो ग्रामीणों की चिट्ठी का इंतजार करेंगे. पीएम मोदी की समझाइश का ऐसा जादुई असर हुआ कि जिस गांव में कोई टीका लगवाने तैयार नहीं था, वहां अब वैक्सीनेशन कार्यक्रम ने गजब की रफ्तार पकड़ ली है.
बैतूल जिले के भीमपुर ब्लॉक में ऐसे कई आदिवासी बाहुल्य गांव हैं, जहां अब तक वैक्सीनेशन शुरू भी नहीं हुआ है. ऐसा ही एक गांव है डुलारिया, जहां वैक्सीनेशन को लेकर ग्रामीणों में कई भ्रांतियां और दहशत थी. लेकिन आज देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां ऐसा मंत्र दिया कि रातोंरात यहां लोग वैक्सीनेशन करवाने तैयार हो गए. पीएम मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में डुलारिया गांव के राजेश हिरावे और पूर्व सरपंच किशोरीलाल धुर्वे से बात की. उनके माध्यम से ग्रामवासियों को वैक्सीनेशन के लिए जागरूक किया. पीएम से बात करके ग्रामीण उत्साह और आत्मविश्वास से भर गए.
पीएम मोदी की समझाइश ने फौरन असर दिखाया और जिस युवक से पीएम मोदी ने बात की थी. सबसे पहले उसी ने वैक्सीन लगवाने की शुरुआत की. जिसके बाद रातोरात यहां जागरूकता आ गई और जहां एक भी व्यक्ति वैक्सीन नहीं लगवा रहा था, वहीं अब तक 127 लोग वैक्सीन लगवा चुके हैं और दूसरों को भी प्रेरित कर रहे हैं. पीएम मोदी ने राजेश सहित डुलारिया के ग्रामीणों को ये भी कहा है कि जब गांव में 100 फीसदी वैक्सिनेशन हो जाए तो उन्हें पत्र के माध्यम से सूचित किया जाए. वो ग्रामीणों के पत्र का इंतजार करेंगे. बहरहाल देश के प्रधानमंत्री की एक अपील ने डुलारिया गांव को कोरोना के खिलाफ सुरक्षा कवच दे दिया. और अब उम्मीद है कि दूसरे गांवों में भी पीएम मोदी की अपील असर दिखाएगी.