समस्तीपुर के नेता ने भाषण के बीच में फाड़े अपने कपडे... जानिए फिर क्या हुआ ?
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। बिहार। बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के लिए चुनाव प्रचार का कार्य जैसे-जैसे आगे बढ़ रहा, उसके हर दिन अलग-अलग रंग देखने को मिल रहे। प्रत्याशी जनता को अपने पक्ष में करने के लिए हर हथकंडे को अपना रहे। भाषण दे रहे, वादे कर रहे। यदि उन्हें लग रहा कि जनता वादे पर शायद यकीन नहीं करेगी तो अपने कपड़े तक फाड़ने से परहेज नहीं कर रहे। संकल्प पूरा होने तक पूरे कपड़े नहीं पहनने की प्रतिज्ञा भी कर रहे हैं।
कुछ फिल्मी सी लगने वाली यह बात है समस्तीपुर जिले की रोसड़ा विधानसभा सीट की। यहां से महागठबंधन के प्रत्याशी नागेंद्र विकल आज अपने कार्यालय के उद्घाटन के अवसर पर उपस्थित कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे। वे वर्तमान सरकार को कोस रहे थे। उसकी विफलताओं को गिना रहे थे। सबकुछ सामान्य ही चल रहा था। इसी बीच उन्होंने कहा कि मुझे यहां मौजूद लोगों की वर्षों पुरानी मांग का अहसास है। वे रोसड़ा को जिला बनाने की मांग के बारे में बात कर रहे थे। कहा, यदि मैं विधायक बना और हमारी सरकार बनती है तो रोसड़ा को जिला बनाने की पुरानी मांग को पूरा करने के बाद ही मैं दम लूंगा। इसके बाद भी जब उपस्थित लोगों पर इस बात असर कुछ कम पड़ता दिखा तो उन्होंने भरी सभा में एक संकल्प किया। कहा, जब तक मैं रोसड़ा को जिला नहीं बनवा लेता, मैं केवल धोती में रहूंगा। बस, उनका इतना कहना था और उन्हाेंने अपने कुर्ते वहीं फाड़ डाले। इसके बाद तालियां बजने लगीं। कार्यकर्ताओं ने फूल माला से उनका स्वागत किया। हालांकि वहां मौजूद कुछ लोग यह भी कहते सुने गए कि वोट पाने के लिए न जाने क्या-क्या जतन करने पड़ते हैं। कपड़े भी फाड़ने पड़ जाते हैं। नागेंद्र विकल महागठबंधन में कांग्रेस के प्रत्याशी हैं। वे पटना के मनेर के रहने वाले हैं।