पूर्णिया में एक दरोगा की हैवानियत का मामला सामने आया है. सीआईडी (CID) के दरोगा नीतेश चौधरी के घर काम कर रही बच्ची को दरोगा और उनकी पत्नी ने गर्म सलाखों से दाग दिया. बच्ची किसी तरह वहां से जान बचाकर चाइल्ड लाइन पहुंची. बच्ची ने अपनी आपबीती बताई तो सब हैरान रह गए. बच्ची को कई जगह गर्म सलाखों से दागने के जख्म थे. उसके बयान दर्ज कर इसकी शिकायत की गई है.
ये सनसनीखेज आरोप पूर्णिया के सहायक खजांची थाना के रजनी चौक पर सीआईडी के दरोगा नीतेश चौधरी पर लगा है. आरोप है कि दरोगा ने हैवानियत की सारी हदें पार कर घर में काम करने वाली बच्ची को शारीरिक और मानसिक प्रताड़ना दी. घर में काम कर रही दरभंगा जिला की 12 साल की बच्ची ने सीआईडी दरोगा और उनकी पत्नी माही चौधरी पर जो आरोप लगाए हैं वह बेहद गंभीर हैं. बच्ची के शरीर पर कई जगह गर्म सलाख से दागने का निशान हैं.
बच्ची ने कहा कि वह नीतेश चौधरी के घर पिछले दो साल से काम करती थी. जब उसने नीतेश के दो साल के बच्चा को डांटा तो दरोगा नीतेश और उनकी पत्नी ने उनके साथ जमकर मारपीट की गई. पिछले तीन दिनों से वह लोहा के गर्म सलाखों से उसके गाल, गर्दन और दोनों हाथ को दाग रहे हैं. उनके शरीर पर कई जगह दाग के निशान मौजूद हैं. जब प्रताड़ना की हद हो गयी तो शनिवार सुबह बच्ची किसी तरह भागकर कुछ लोगों की मदद से चाइल्ड लाइन पहुंची.
बच्ची को दी गई असहनीय प्रताड़ना पर चाइल्ड लाइन ने इसकी सूचना एसपी दयाशंकर को दी है. इस पर एसपी ने तत्काल महिला थाना प्रभारी किरण बाला को जांच सौंप दी. महिला थाना प्रभारी ने चाइल्ड लाइन जाकर बच्ची के बयान दर्ज किए हैं. उन्होंने कहा कि बच्ची के बयान पर प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई की जायेगी. वहीं चाइल्ड लाइन की वॉलेन्टियर लवली सिंह ने बताया कि बच्ची को सीआईडी के दरोगा नीतेश चौधरी द्वारा गर्म सलाखों से दागा गया है. इसके शरीर पर कई जगह जख्म के निशान हैं. उन्होंने कहा कि जब रक्षक ही भक्षक बन जायेगा तो कैसे इंसाफ मिलेगा.