हेलीकॉप्टर में दुल्हन लेकर घर पहुंचे दूल्हा, 7 लाख रुपये में किया चॉपर की बुकिंग
बाड़मेर: राजस्थान मे जातिवाद के चलते कई जिलों व कई क्षेत्रों में शादी के दौरान दूल्हे को बारात नहीं निकालने दी जाती है. दलित समाज के दूल्हे को घोड़ी पर बैठने पर कई बार अपमानित करने और घोड़े से उतारने की घटनाएं भी अक्सर सामने आती रहती है. लेकिन बाड़मेर के एक दलित दूल्हे ने इसका ऐसा तोड़ निकाला कि हर कोई हैरान रह गया. दरअसल दूल्हा अपनी दुल्हन को हेलीकॉप्टर में लेने पहुंचा. वहीं दूल्हे की इस कोशिश ने अपने बेटों की बारात ढोल नगाड़ों के साथ निकालने की तमन्ना रखने वाले तमाम दलित समाज के परिवारों की आंखों में खुशी के आंसू ला दिए.
-बता दें कि बाड़मेर के इस परिवार की सोच थी कि उनकी पुत्रवधू पहली बार घर पर आये तो वे उसे हेलीकॉप्टर में लेकर आएं. इसके लिए बकायदा प्राइवेट हेलीकॉप्टर कंपनी से बात की गई. हालांकि उस दौरान हेलीकॉप्टर कंपनी ने बुकिंग का हवाला देते हुए मना कर दिया लेकिन परिवार ने ठान रखी थी कि पुत्रवधू को हेलीकॉप्टर में ही लाना है. दरअसल दलित दूल्हे डॉ तरुण मेघवाल के पिता ने नोएडा की एक कंपनी से हेलीकॉप्टर बुक किया था. लेकिन उस कंपनी ने मना कर दिया. उसके बाद पिता ने उदयपुर की हेलीकॉप्टर निजी कंपनी से बात की और एक लाख रुपये ज्यादा देकर यानी 7 लाख रुपए में डील फाइनल कर ली. इसके बाद दूल्हा अपनी दुल्हन को हेलिकॉप्टर में बैठाकर घर पहुंचा.
बता दें कि बाड़मेर के रहने वाले तरुण मेघवाल डॉक्टर हैं. उनकी शादी सरहद के पास दयो बिठानियों की ढाणी में हुई है. मंगलवार को शादी होने के बाद बुधवार की सुबह हेलीकॉप्टर से वह अपनी दुल्हन को लेकर बाड़मेर पहुंचे. तरुण मेघवाल के माता-पिता दोनों पेशे से सरकारी स्कूल में अध्यापक हैं. वहीं बेटे की बहू को पहली बार घर लाने की तैयारी जो तैयारी इन्होंने की उसकी हर कोई तारीफ कर रहा है.