नालंदा की बेटी अपर्णा ने 28 दिन में आठ राज्यों की तीन हजार 306 किलोमीटर की दूरी साइकिल से यात्रा कर इतिहास रच दिया। ग्रीन इंडिया अभियान पर साइकिल से निकली ग्रीन गर्ल अपर्णा मंगलवार को बिहारशरीफ रेलवे स्टेशन पर उतरी। वहां उनके साथ लौटे सहयोगी उत्पलकांत कुशवाहा का भी स्थानीय लोगों ने भव्य अभिनंदन किया। लोगों ने आरती उतारकर फूल मालाओं से लाद दिया। अपर्णा ने नालंदा की धरती पर कदम रखते ही अपनी माटी को नमन किया। उन्होंने कहा कि हरियाली लाकर हम न सिर्फ धरा व पर्यावरण को स्वच्छ व सुंदर बनाएंगे, बल्कि, जीवन भी सुंदर बनेगा। आज ग्लोबल वार्मिंग, बेमौसम बारिश, बढ़ता तापमान इसी का नतीजा है। धरा पर 33 फीसदी वन क्षेत्र होना चाहिए। शहर व विकास के नाम पर पेड़-पौधों की अंधाधुंध कटाई से पर्यावरण संतुलन बिगड़ रहा है।
इसका कुप्रभाव भी गत कुछ सालों से दिखने लगा है। वैज्ञानिक व सरकारें भी इसके लिए चिंतित है। लेकिन, इस अभियान को तब तक गति नहीं मिल सकती, जब तक आम-अवाम इसमें सहभागी नहीं बन जाते। सड़क, पइन, खेत खलिहान जहां भी खाली जगह देखें, वहां जगह के अनुसार छोटे या बड़े पौधे अवश्य लगाएं। घरों या छतों पर भी खाली स्थानों पर बकेट, गमला या प्लास्टिक बोतलों में लत्तरदार पौधे लगाएं।
ग्रीन गर्ल अपर्णा और उत्पलकांत कुशवाहा 14 जुलाई को बिहारशरीफ के मेघी-नगमा गांव से इस ग्रीन मिशन पर निकले थे। ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने दोनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था। 28 दिनों में बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडु और केरल राज्यों का सफर किया। इसमें हर जगह लोगों ने उनका स्वागत किया। वहीं लोगों को हरियाली अभियान को सफल बनाने की अपील की। अपर्णा सिन्हा विगत वर्ष पर्वतारोही में भी परचम लहरा चुकी हैं। वे 2011 से स्पोर्ट्स के क्षेत्र में काफी सक्रिय रही हैं। अब तक कराटे, खो-खो, बॉक्सिंग, एथलेटिक्स एवं पर्वतारोही में 60 से अधिक पदक अपने नाम कर चुकी हैं। सफलता पूर्वक अभियान पूरा कर लौटने पर मंत्री श्रवण कुमार, सुधीर कुमार, धनंजय देव, नवल किशोर प्रसाद, डॉ. रविचंद कुमार, विनय कुशवाहा, शंकर कुमार व अन्य ने बधाई दी है। अभिनंदन करने वालों में सेन्सई राकेश राज, भाजपा के महामंत्री डॉ. आशुतोष कुमार, डॉ विक्रम सिंह पटेल, सूरज कुमार, संध्या रानी, रंधीर कुमार, अपर्णा सिन्हा की माता गीता कुमारी, आराधना सिन्हा, शीश कुमार व अन्य थे।