लड़की अपने कपड़े उतारने लगी…हनीट्रैप गिरोह ने 2.10 लाख ऐंठ लिए
बरेली: बरेली में हनीट्रैप गिरोह ने न्यूड वीडियो कॉल के जरिये एक व्यक्ति को फंसाकर 2.10 लाख रुपये ठग लिए। इस दौरान आरोपियों ने खुद को साइबर टीम और यू ट्यूब ऑफिस का अधिकारी बताकर उन्हें अपने जाल में फंसाया। एसएसपी के आदेश पर थाना प्रेमनगर में तीन आरोपियों पर रिपोर्ट दर्ज की गई है। …
बरेली: बरेली में हनीट्रैप गिरोह ने न्यूड वीडियो कॉल के जरिये एक व्यक्ति को फंसाकर 2.10 लाख रुपये ठग लिए। इस दौरान आरोपियों ने खुद को साइबर टीम और यू ट्यूब ऑफिस का अधिकारी बताकर उन्हें अपने जाल में फंसाया। एसएसपी के आदेश पर थाना प्रेमनगर में तीन आरोपियों पर रिपोर्ट दर्ज की गई है। प्रेमनगर के मोहल्ला जनकपुरी निवासी व्यक्ति का कहना है 29 दिसंबर की रात दस बजे उनके मोबाइल फोन पर अनजान नंबर से व्हाटसएप पर कॉल आई।
कॉल रिसीव करते ही एक लड़की अपने कपड़े उतारने लगी और उन पर भी कपड़े उतारने का दबाव बनाया। घबराहट में उनके हाथ से फोन गिरकर कॉल कट गई। अगले दिन दूसरे नंबर से फोन आया और उसने खुद को साइबर टीम से विक्रम सिंह राठौर बताया। कहा कि व्हाट्सएप पर तुम्हारी एक अश्लील वीडियो वायरल हो रही है। दो घंटे में गिरफ्तार करने की धमकी देते हुए वीडियो डिलीट कराने को कहा। फिर उसने एक व्यक्ति का नंबर देकर उसे यूट्यूब ऑफिस का अफसर बताकर वीडियो डिलीट कराने को कहा।
जब उस नंबर पर उन्होंने कॉल किया तो उसने उमेश राय नाम के व्यक्ति के खाते में 21 हजार 500 रुपये ट्रांसफर करा लिए। अगले दिन फिर उसकी कॉल आई और 43 हजार रुपये दीपक पाल नाम के व्यक्ति के खाते में ट्रांसफर कराए। 30 दिसंबर को फिर से कॉल कर उनसे 1.45 लाख रुपये ट्रांसफर करा लिए। इसके बाद 80 हजार रुपये की फिर मांग की जाने लगी।
रिटायर्ड पुलिसकर्मी ने साथियों की मदद से फाइनेंस कंपनी बनाकर लोगों से ठगी की। मामले में सात आरोपियों के खिलाफ थाना बारादरी में नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई है। कटरा चांद खां निवासी भावना ग्वाल का कहना है कि मोहल्ले के ही संजीव मौर्य, उसके भाई कमल मौर्य, पिता कीर्ति राम मौर्य, मां शारदा देवी, बेटे कोरस मौर्य व और प्रीति मौर्य ने केपीएस फाइनेंसियल सर्विसेज निधि लिमिटेड के नाम से कंपनी खोली थी। कीर्ति राम मौर्य सेवानिवृत पुलिसकर्मी है। आरोपियों के भरोसे में आकर एक लाख रुपये जमा कर दिए। भाई राजेश से एक लाख रुपये और ले लिए। लेकिन उन्होंने रकम वापस नहीं किए।