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लड़की सरकारी अस्पताल पहुंची...पुलिस डॉक्टर को लेकर गई...पढ़ें चौंकाने वाला मामला

jantaserishta.com
7 April 2024 11:42 AM GMT
लड़की सरकारी अस्पताल पहुंची...पुलिस डॉक्टर को लेकर गई...पढ़ें चौंकाने वाला मामला
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सांकेतिक तस्वीर

अस्पताल परिसर में भीड़ इकट्ठा होने लगी।
सरिया: झारखंड के सरिया के सरकारी अस्पताल में शनिवार दोपहर पेट दर्द की शिकायत लेकर पहुंची नाबालिग लड़की ने जांच के दौरान सरकारी डॉ. रमापति पर छेड़छाड़ एवं लज्जा हनन करने का आरोप लगाया है। मामले की जानकारी मिलने पर सरिया पुलिस अस्पताल पहुंची व नाबालिग लड़की से पूछताछ के बाद डॉ. रमापति को अपने साथ सरिया थाना ले गयी। जैसे जैसे लोगों के बीच मामला पहुंचा अस्पताल परिसर में भीड़ इकट्ठा होने लगी।
नाबालिग लड़की ने आरोप लगाया है कि उसके पेट में दर्द था जिसकी जांच के लिए वह अस्पताल पहुंची थी। वहां मौजूद आयुष डॉ. रमापति ने उसका इलाज शुरू किया। इस क्रम में उसने आला लगाकर पेट व आसपास जांच की। फिर उसने खून जांच के लिए विवेकानंद चौक स्थित एक जांच घर भेजा जहां से जांच कराकर व रिपोर्ट लेकर वापस अस्पताल पहुंची। इस समय मेरे साथ मेरे चाचा भी थे। चाचा ने ये कहा कि जांच रिपोर्ट आ गयी है अब डॉक्टर को केवल दवा लिखनी है। यह बोलकर वो अपने काम करने चले गए।
डॉक्टर रमापति ने जांच रिपोर्ट देखने के बाद कहा कि तुम्हारे शरीर की फिर से जांच करेंगे और इस बहाने मुझे कुर्सी पर बैठाकर छेड़खानी करने लगे और लज्जा हनन का भी प्रयास किया जिसका हमने विरोध किया। आगे बताया कि मैं घर जाकर अपनी मां व परिजनों को मामले से अवगत कराया। इसके बाद मेरी मां व चाची अस्पताल पहुंचकर डॉक्टर के गलत कार्य पर विरोध जताया। नाबालिग ने सरिया थाना में आवेदन देकर न्याय की गुहार लगायी। इधर, डॉ. रमापति ने कहा कि मैंने इस तरह का कोई गलत कार्य नहीं किया हूं। आरोप बेबुनियाद है ।
घटना की सूचना मिलने पर प्रमुख प्रतिनिधि रंजीत मंडल, झामुमो जिला उपाध्यक्ष त्रिभुवन मंडल, माले नेता भोला मंडल, भाजपा नेत्री रजनी कौर एवं जिप सदस्य अनूप पांडेय अस्पताल पहुंचे। इन लोगों ने मामले की जांच कर आरोपी डॉक्टर के खिलाफ कानून सम्मत कार्रवाई करने की मांग की।
घटना की सूचना पाकर सरिया एसडीएम विपिन दुबे, चिकित्सा पदाधिकारी बिनय कुमार, पुलिस अधिकारी भरत सिग्रीवाल सरिया अस्पताल पहुंचे और एक बंद कमरे में नाबालिग लड़की का बयान लिया। जिस समय बयान लिया जा रहा था उस वक्त भाजपा नेत्री रजनी कौर, जिप सदस्य अनूप पाण्डेय, माले नेता भोला मंडल भी मौजूद थे। बयान के पश्चात एसडीएम ने पीड़ित पक्ष को न्याय का भरोसा दिलाया और पूरे मामले से उपायुक्त गिरिडीह को अवगत कराते हुए बताया कि डॉक्टर की जांच करने का तरीका कहीं से उचित नहीं दिख रहा है। उपायुक्त से मामले की जांच के लिए कमेटी बनाने की मांग की। थाना प्रभारी अरविंद कुमार सिंह ने बताया कि सुरक्षा के दृष्टिकोण से डॉक्टर को थाना लाया गया था। पीड़िता पक्ष से आवेदन मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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