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भारत में शयद ही दिखेगा इसका असर
नई दिल्ली। कुछ ही देर में साल का पहला पूर्ण सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है. 54 साल बाद ऐसा सूर्य ग्रहण लग रहा है. अमेरिका में इस सूर्य ग्रहण का व्यापरक असर हो सकता है. वहां पर दिन में अंधेरा छा सकता है. जैसे-जैसे ग्रहण का समय नजदीक आता जा रहा है. तैयारियां तेज हो गई हैं. भारतीय समय अनुसार ये ग्रहण रात 9 बजकर 12 मिनट पर लग रहा है. भारत पर इस ग्रहण का कोई असर नहीं होगा. क्योंकि ये ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा. अमेरिका की तरह भारत को परेशान होने की आवश्यकता नहीं. जब सूर्य ग्रहण दृश्यमान न हो तो सूतक नियमों का पालन करने की जरूरत नहीं होती. इसलिए भारत में इस ग्रहण को लेकर टेंशन नहीं दिख रही है.
लोग नवरात्रि की तैयारियां जुटे हुए हैं. 9 अप्रैल से चैत्र नवरात्रि का शुभारंभ हो रहा है. कल से आने वाले 9 दिनों तक मां दुर्गा के अलग-अलग रुपों की पूजा-अर्चना की जाएगी. हिंदू धर्म में नवरात्रि को पर्व को विशेष माना गया है. नवरात्रि का पर्व ग्रहण के साये में आरंभ अवश्य हो रहा है लेकिन इससे पूजा पाठ आदि पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा. पूर्ण सूर्य ग्रहण को नंगी आंखों से देखा जा सकता है. लेकिन आंखों में बिना कोई उपकरण लगाए इसे देखना खतरनाक साबित हो सकता है. इसलिए ग्रहण को देखते समय सुरक्षित सौर देखने वाले चश्मे का प्रयोग करना चाहिए. सूर्य ग्रहण को लेकर भारतीयों को घबराने की जरूरत नहीं है. क्योंकि आज 8 अप्रैल को लगने वाला सूर्य ग्रहण भारत में नजर नहीं आएगा. इसलिए भारत में ग्रहण का कोई दुष्प्रभाव नहीं होगा और न ही यहां सूतक मान्य होगा.
आज रात 09:12 पर पूर्ण सूर्य ग्रहण मीन राशि और रेवती नक्षत्र में लगेगा. इस राशि के स्वामी देवगुरु बृहस्पति हैं जोकि सूर्य की मित्र राशि है. ज्योतिष के अनुसार आज सूर्य के साथ चंद्रमा, शुक्र और राहु एक साथ स्थित होंगे. जिस दिन भी सूर्य ग्रहण लगता है, उस दिन अमावस्या जरूर होती है. ज्योति के अनुसार बिना चंद्रमा और सूर्य के संबंध के कोई भी ग्रहण नहीं होता. अमावस वो दिन होता है जब सूर्य और चंद्रमा एक ही अंश पर आ जाते हैं. जिस अमावस पर सूर्य और चंद्रमा एक ही अंश पर हों और उनका संबंध राहु-केतु से बन जाता है, उस अमावस्या पर सूर्य ग्रहण लग सकता है.
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Shantanu Roy
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