उत्तर प्रदेश

प्रोजेक्ट अलंकार के तहत गौतमबुद्ध नगर के संस्कृत विद्यालयों की सूरत बदलेगी

Shantanu Roy
1 Nov 2023 5:39 AM GMT
प्रोजेक्ट अलंकार के तहत गौतमबुद्ध नगर के संस्कृत विद्यालयों की सूरत बदलेगी
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नोएडा: प्रोजेक्ट अलंकार के तहत संस्कृत विद्यालयों में विकास कार्यों के लिए नियमों में बदलाव किया गया है.
संस्कृत स्कूलों के प्रबंधकों को अब स्कूलों में कार्य कराने के लिए केवल पांच फीसदी धनराशि व्यय करनी होगी, जबकि 95 फीसदी धनराशि शासन खर्च करेगा. जिले के तीन में से दो संस्कृत स्कूलों ने प्रोजेक्ट अलंकार के तहत विकास कार्यों के लिए आवेदन किया है. इन स्कूलों की हालत बेहद खस्ता है.
माध्यमिक स्कूलों के कायाकल्प के लिए शासन ने प्रोजेक्ट अलंकार योजना शुरू की है. स्कूलों का जीर्णोद्धार हो सके, इसके लिए संस्कृत एवं यूपी बोर्ड के एडेड स्कूलों को योजना में शामिल किया गया है. पहले केवल राजकीय स्कूल इसमें शामिल थे. शासन ने संस्कृत बोर्ड के स्कूलों को इसमें काफी राहत दी है.
इन स्कूलों की स्थिति ठीक नहीं है तो इन्हें केवल पांच प्रतिशत राशि प्रोजेक्ट अलंकार के लिए देनी होगी, बाकि 95 प्रतिशत शासन वहन करेगा.

स्थिति बेहद खराब
संस्कृत विद्यालयों में अध्यापकों की भारी कमी है. विभागीय आंकड़ों के अनुसार तीनों स्कूलों में प्रधानाचार्य के पद तक रिक्त पड़े हैं. शिक्षकों के साथ ही विभागीय कर्मचारियों का भी अभाव है. सहायक लिपिक के चार पद खाली है तो चतुर्थ कर्मचारियों के पद रिक्त हैं. तीनों स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या भी बेहद कम है. यहां विद्यार्थियों के लिए किसी भी प्रकार की मूलभूत सुविधा अभी तक उपलब्ध नहीं है.

ये सुविधाएं विकसित होंगी
प्रस्ताव के अनुसार स्कूलों में स्वच्छ पेयजल, बालक-बालिका के लिए पृथक शौचालय, अतिरिक्त कक्षा कक्ष, प्रयोगशाला, खेल का मैदान, बैडमिंटन व वालीबाल कोर्ट, ओपन जिम, गेट का निर्माण, बाउंड्रीवाल, मल्टीपरपज हाल, साइकिल स्टैंड, स्मार्ट क्लास, पुस्तकालय कक्ष, सोलर प्लांट, रेनवाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम का विकास किया जा सकता है.

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