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चुनावी मौसम में नेताओं का 'पलायन' शुरू, तोड़फोड़ के बाद कौन जीतेगा? सबसे ताजा सर्वे आया

jantaserishta.com
15 Jan 2022 3:01 AM GMT
चुनावी मौसम में नेताओं का पलायन शुरू, तोड़फोड़ के बाद कौन जीतेगा? सबसे ताजा सर्वे आया
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लखनऊ: उत्तर प्रदेश में पहले फेज के चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को करारा झटका दिया है। भगवा कैंप से कई बड़े ओबीसी नेता निकलकर सपा के साथ चले गए हैं। बड़ी संख्या में मंत्री और विधायकों के इस्तीफे से क्या बीजेपी को कितना नुकसान होगा और सपा को कितना फायदा इसका सटीक जवाब तो 10 मार्च को ही मिलेगा। फिलहाल एक और ओपनियन पोल से कुछ संकेत जरूर मिल रहे हैं।

टाइम्स नाउ नवभारत की ओर से किए गए साप्ताहिक सर्वे में बताया गया है कि पिछले सप्ताह के मुकाबले बीजेपी को कुछ नुकसान और सपा को कुछ फायदा होता दिख रहा है। सर्वे के नतीजे बताते हैं कि 403 सीटों वाली विधानसभा में बीजेपी को 219 से 245 सीटें मिल सकती हैं। यानी भारतीय जनता पार्टी आसानी से बहुमत हासिल करती दिख रही है। वहीं सपा को 143 से 154 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है। बसपा को 8-14 सीटें मिल सकती हैं तो कांग्रेस के लिए भी 8-14 सीटों की भविष्यवाणी की गई है।
वोट शेयर में नजदीकी मुकाबला
सर्वे में बताया गया है कि पिछले सप्ताह के मुकाबले, भाजपा और सपा के वोट शेयर में फासला कम हुआ है और अब यह 2 फीसदी ही रह गया है। बीजेपी को 37.2 फीसदी वोट शेयर मिलता दिख रहा है तो सपा को 35.1 फीसदी वोट मिल सकते हैं। बीएसपी को 12.1 फीसदी और कांग्रेस को 9.7 फीसदी वोट मिलने का अनुमान लगाया गया है। अन्य के खातों में 5.8 फीसदी वोट जा सकते हैं।
तीन मंत्रियों के पार्टी छोड़ने से बीजेपी को नुकसान?
इस सवाल के जवाब में सर्वे में शामिल 67 फीसदी लोगों ने कहा कि बीजेपी को इस दलबदल का नुकसान झेलना होगा। वहीं 12 पर्सेंट लोगों ने ना में जवाब दिया और 21 फीसदी ने कहा कि अभी कुछ नहीं कहा जा सकता है। दलबदल का फायदा किसे होगा? इसके जवाब में 71 फीसदी लोगों ने सपा का नाम लिया तो 2 फीसदी ने कहा कि बीजेपी को ही लाभ होगा। 18 फीसदी ने कांग्रेस का फायदा बताया तो 6 फीसदी को बसपा और 3 फीसदी को अन्य का लाभ दिखा है।
सीएम पद के लिए कौन है पसंदीदा चेहरा?
सर्वे के मुताबिक, सीएम पद के लिए योगी आदित्यनाथ अब भी दूसरों से काफी आगे हैं। योगी आदित्यनाथ को 49.6 फीसदी लोग दोबारा सीएम बनते देखना चाहते हैं। वहीं, अखिलेश यादव को 35.7 लोगों ने पसंद किया। मायावती 10 फीसदी लोगों और प्रियंका गांधी 3.9 फीसदी लोगों की पसंद हैं।
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