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बंध बारेठा पर पर्यटन सुविधा के विकास के लिए पूर्ववर्ती सरकार के समय हुई ईओआई की होगी समीक्षा

29 Jan 2024 3:59 AM GMT
बंध बारेठा पर पर्यटन सुविधा के विकास के लिए पूर्ववर्ती सरकार के समय हुई ईओआई की होगी समीक्षा
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जयपुर । जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री श्री कन्हैया लाल ने सोमवार को विधानसभा में कहा कि बयाना विधानसभा क्षेत्र के बंध बारेठा पर वॉटर एक्टिविटी आधारित पर्यटन सुविधा के विकास के लिए पूर्ववर्ती सरकार के समय हुई ईओआई की समीक्षा की जाएगी तथा इसमें आवश्यकतानुसार ऐसे प्रावधानों को शामिल किया जाएगा जिससे कि इस प्रक्रिया में …

जयपुर । जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री श्री कन्हैया लाल ने सोमवार को विधानसभा में कहा कि बयाना विधानसभा क्षेत्र के बंध बारेठा पर वॉटर एक्टिविटी आधारित पर्यटन सुविधा के विकास के लिए पूर्ववर्ती सरकार के समय हुई ईओआई की समीक्षा की जाएगी तथा इसमें आवश्यकतानुसार ऐसे प्रावधानों को शामिल किया जाएगा जिससे कि इस प्रक्रिया में उचित प्रतिस्पर्धा के लिए अधिकाधिक प्रस्ताव प्राप्त हो सकें।

जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री प्रश्नकाल के दौरान सदस्य द्वारा इस संबंध में पूछे गए पूरक प्रश्नों पर पर्यटन मंत्री की ओर से जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा कि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) द्वारा चिन्हित ऐतिहासिक स्थलों के संरक्षण व विकास के कार्य स्वयं के स्तर पर ही करवाए जाते हैं। उन्होंने कहा कि एएसआई द्वारा निकट भविष्य में प्रदेश में करवाए जाने वाले कार्यों की जानकारी प्राप्त की जाएगी एवं राज्य सरकार द्वारा पूर्ण सहयोग प्रदान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधियों द्वारा विभिन्न पर्यटन स्थलों के विकास को लेकर संज्ञान में लाए जाने वाले सुझावों को योजनाओं में शामिल किया जाएगा।

इससे पहले विधायक डॉ. ऋतु बनावत के मूल प्रश्न के लिखित जवाब में जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री ने विधानसभा क्षेत्र बयाना के बंध बारेठा क्षेत्र में एडवेंचर पर्यटन गतिविधियों के विकास के लिए वर्ष 2022-23 में 2 करोड़ रूपए की लागत के वॉच टावर, सुलभ सुविधाएं सहित अन्य स्वीकृत कार्यों का विवरण सदन के पटल पर रखा। साथ ही उन्होंने बताया कि बंध बारेठा पर वाटर एक्टिविटी बेस्ड टूरिज्म को बढावा देने के लिए ईओआई जारी की गई थी, लेकिन एकल प्रस्ताव प्राप्त होने से उचित प्रतिस्पर्धा का अभाव होने के कारण ईओआई निरस्त की गई है। उन्होंने बयाना विधानसभा क्षेत्र में स्थित विजय दुर्ग, ऊषा मन्दिर, रूपवास का प्राचीन तालाब के संबंध में अवगत करवाया कि ये पुरातात्विक स्थल भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) के चिन्हित संरक्षित स्थल हैं तथा इन स्थलों के संरक्षण एवं विकास के कार्य एएसआई द्वारा ही कराये जा रहे हैं। राज्य सरकार द्वारा इन स्थलों पर वर्तमान में कार्य नहीं कराये जा रहे हैं।

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