अजमेर। एक शातिर ड्राइवर (driver) की करतूत ने इंसानियत को झकझोर दिया. उसने 10 साल तक अपनी मालकिन की सेवा कर पहले भरोसा जीता और फिर दीमक की तरह धीरे धीरे उसकी संपत्ति हड़प ली. इतना ही नहीं, उसने मालकिन को कार में जिंदा जलाने की कोशिश भी की. अजमेर पुलिस आरोपी शोराज गुर्जर उर्फ शिवराज को गिरफ्तार किया है. दरअसल, इस साल फरवरी महीने के वैशाली नगर इलाके में एक चलती कार में आग लगने से 82 वर्षीय बुजुर्ग महिला मधु गुप्ता बुरी तरह झुलस गई थीं. पुलिस इस मामले को दुर्घटना मान रही थी, क्योंकि कार में गैस किट लगा हुआ था, लेकिन घटना के 5 दिन बाद पीड़िता के बेटे ने मुम्बई से आकर रिपोर्ट दी कि उनके ड्राइवर ने संपत्ति और नगदी हड़पने की नीयत से इस वारदात को अंजाम दिया है. घटना को सुनियोजित हादसे की शक्ल में तब्दील किया गया. पुलिस के पास शिकायत आने के बाद घटना की गंभीरता को देखते हुए एसपी ने मामले की जांच कोतवाली प्रभारी शमशेर खान को सौंपी. 5 महीने के गहन अनुसंधान के बाद जब घटना से पर्दा उठा तो हर कोई सुनकर दंग रह गया.
मधु गुप्ता के तीन बेटे हैं, लेकिन वो शहर के पंचशील इलाके में अकेले रहती हैं. उनका ख्याल रखने और कामकाज के लिए एक ड्राइवर 10 साल पहले रखा गया, जिसका नाम शोराज गुर्जर उर्फ शिवराज था. शिवराज ने 82 साल की बुजुर्ग महिला की सालों तक खूब सेवा की और भरोसा जीत लिया. इस दौरान आरोपी ने मधु गुप्ता के बैंक बैलेंस और संपति की भी जानकारी जुटा ली. इसके बाद आरोपी ने धीरे धीरे मधु गुप्ता के बैंक बैलेंस को खाली करना शुरू कर दिया. जब उसका मन नहीं भरा तो उसने मधु गुप्ता की करोड़ों की संपत्ति को निशाना बनाना शुरू कर दिया. आरोपी ने अपने दर्जन भर साथियों के साथ मिलकर सुनियोजित तरीके से जमीन हड़पना शुरू कर दिया और मधु गुप्ता के जीते हुए भरोसे के दम पर उसे बहला फुसलाकर चेक और जमीन के दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करवा लिए.
जब वह अपने मंसूबों में कामयाब हो गया तो उसने मधु गुप्ता को अपने रास्ते से हटाने की साजिश रची. 22 फरवरी 2021 को गैस किट लगी मारुति जैन कार को लेकर वो मधु गुप्ता के घर पहुंचा और किसी काम के सिलसिले के उन्हें लेकर जब शहर में निकला तो कुछ दूरी पर ही कार में आग लग गई. गनीमत यह रही कि मौके पर मौजूद लोगों ने समय पर मधु गुप्ता को कार से निकाल अस्पताल पहुंचाया.
सीओ नॉर्थ प्रियंका रघुवंशी ने बताया कि आरोपी शोराज ने मधु गुप्ता के पारिवारिक ताने बाने की कमजोरियों और भरोसेमंद होने का जमकर फायदा उठाया. लेकिन कानून के लंबे हाथों से वो बच नहीं पाया. पुलिस ने 5 महीने के गहन अनुसन्धान और कड़ी से कड़ी जोड़कर आखिरकार इस शातिर आपराधिक दिमाग वाले शोराज को गिरफ्तार कर लिया. उसके बाकी 10 से 15 साथियों की तलाश की जा रही है.