दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को शनिवार (5 दिसंबर,2020) को बड़ी कामयाबी हाथ लगी. पुलिस ने 19 साल से फरार चल रहे सिमी दल के सदस्य और खूंखार आतंकी अब्दुल्लाह दानिश को गिरफ्तार कर लिया. अब्दुल्लाह की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने 2 साल तक पीछा किया था. दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल के इंस्पेक्टर शिव कुमार और इंस्पेक्टर कर्मवीर की टीम ने 5 दिसंबर को अब्दुल्लाह को जाकिर नगर से गिरफ्तार किया. वह प्रतिबंधित ऑर्गनाइजेशन सिमी का सक्रिय और सबसे पुराना सदस्य है. दिल्ली में देशद्रोह और अनलॉफुल एक्टिविटी के केस में तलाश की जा रही थी. साल 2020 में दिल्ली की अदालत ने अब्दुल्लाह को भगोड़ा घोषित किया था. अब्दुल्लाह 4 साल तक सिमी के मैगजीन इस्लामिक मूवमेंट का चीफ एडिटर था.
अब्दुल्लाह CAA और NCR के नाम पर नौजवानों को फर्जी वीडियो बनाकर बरगला रहा था और लगातार भीड़ को उकसा भी रहा था. कोर्ट की तरफ से भगोड़ा घोषित किए जाने के बाद से अब्दुल्लाह दिल्ली, यूपी गुजरात में छुपकर रह रहा था और लगातार अपना ठिकाना बदल रहा था.
साल 2008 में गुजरात ब्लास्ट के आरोपियों से एक अब्दुल बशीर को अब्दुल्लाह ने ही धमाके के लिए उकसाया था. इतना ही नहीं गुजरात में बम धमाके के बाद आतंकियों को अब्दुल्लाह ने अपने घर अलीगढ़ में शरण भी दी थी. अब्दुल्लाह सिमी के खूंखार आतंकी सुभान तौकीर और सफदर नागोरी का भी करीबी है. दिल्ली पुलिस को फिलहाल इसके एक और सहयोगी की तलाश है.
अब्दुल्ला दानिश ही वो आतंकी है जिसने सफदर नागौरी, अब्दुस सुभान कुरैशी उर्फ़ तौकिर को सिमी में शामिल किया था।अब्दुस सुभान कुरैशी और आतंकी अबू बाशिर ने अब्दुल्ला के कहने पर ही इंडियन मुजाहिद्दीन के साथ मिल कर साल 2008 में अहमदाबाद में सीरियल बम धमाके किये थे । https://t.co/OTnh3C9oUs
— Jitender Sharma (@capt_ivane) December 6, 2020